Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

जानिए… की आज प्रदेश की किस जेल में कैदियों के सर्वांगीण विकास व “नशामुक्त शिवरात्रि” पर हुई वर्कशॉप। कहाँ पर बहती रही आस्था की ब्यार। अवसाद से मुक्ति को कौन फंस रहे नशे के जानलेवा दलदल मे? कैसे चारित्रिक शक्ति और नैतिक मूल्यों का कर रहे ह्रास।

न्यूज़ पोर्टल्स-सबकी खबर
( शिमला – 14 मार्च 2019)

श्री आशुतोष महाराज जी” के शिष्य स्वामी विज्ञानानंद जी ने शिमला जिले के कारागार कैथू के कैदीयो को सर्वांगीण विकास के लिए एक दिवसीय “नशामुक्त शिवरात्रि” वर्कशॉप का आयोजन से सेकड़ो कैदियों को ज्ञान का पाठ पढ़ाया।


“दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान” की ओर से स्थानीय “जिला कारागार कैथु” में कैदी बन्धुओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक दिवसीय “नशामुक्त शिवरात्रि” वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें “श्री आशुतोष महाराज जी” के शिष्य स्वामी विज्ञानानंद जी ने कैदी बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि भौतिकतावाद की अंधी दौड़ में युवा वर्ग के पास भौतिक सुख सुविधाएँ तो हैं परंतु मानसिक शांति न होने के कारण वह चिंता एवं अवसाद से मुक्ति के लिए नशे की दलदल में फंस कर अपनी चारित्रिक शक्ति और नैतिक मूल्यों का ह्रास कर रहा है।


“नशे” की परिभाषा देते हुए स्वामी जी ने बताया की “न शम् शांतिर्मया इति नशा” अर्थात् जिसमे तनिक भी शांति नहीं, वही नशा है। “नशामुक्त शिवरात्रि” के अनुसार हर वो व्याधि जो जनमानस को शान्ति से दूर करे उन व्याधियों से मुक्ति का नाम और सर्व जगत कल्याणमयी पथ के अनुगमन का नाम ही “नशामुक्त शिवरात्रि महापर्व” है। स्वामी जी के अनुसार अवसाद से मुक्ति का उपाय नशा नहीं अपितु इस मानसिक व्याधि को खत्म करने के लिए आत्मिक शक्ति के विकास की आवश्यकता है। हमारे राष्ट्र भक्तों ने राष्ट्र भक्ति का नशा किया और चारित्रिक विकास से ओतप्रोत हो भारत माता को स्वतंत्रता दिलाई। चरित्र भारत भूमि का आधार है और आज उसी धर्म भूमि भारत में अधिकतर युवा शक्ति का चारित्रिक पतन हो रहा है। आवश्यकता है कि युवाओं को ब्रह्मज्ञान की शक्ति से जाग्रत होकर राष्ट्र में अग्रगण्य भूमिका निभाने की। आज के युवाओं के आदर्श यदि स्वामी विवेकानंद, शिवाजी, दयानन्द सरस्वती, चाणक्य इत्यादि होंगे तो भारत को फिर से “जगतगुरु” के पद पर आसीन किया जा सकता है।


कार्यक्रम में कारगार अधीक्षक ललित मोहन की भी सहर्ष उपस्थिति रही। इस अवसर पर चरित्र रक्षण करने और नैतिक मूल्यों से ओतप्रोत होने के लिए स्वामी जी ने युवा शक्ति को जागरूक किया। इसी उपलक्ष्य पर महात्मा हरिचरण, रमन और जगदीप ने क्रन्तिकारी राष्ट्र भक्ति के गीत गाकर कैदी बंधु जनों के हृदयों में देश भक्ति की भावना का प्रसार किया। समस्त कैदी बंधुओं ने कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में कारागार अधीक्षक ललित मोहन ने संस्थान का राष्ट्र विकास के लिए चलाये जा रहे सामाजिक प्रकल्पों के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।

Read Previous

आखिर कौन दे रहा था अस्पताल पांवटा में चोरी की वारदात को अंजाम। सक्रियता से खुल गया भेद। किसने दिन दहाड़े चोरी करने वाले आरोपी को दबोच पहुंचाया सलाखों के पीछे।

Read Next

आदर्श आचार सहिंता के दौरान क्या करें। क्या क्या करने पर रहेगी पाबंदी। नियम तोड़ने पर हो सकती है नियमानुसार कार्यवाही भी।

error: Content is protected !!