लॉक डाउनलोड कर्फ्यू में फंसे कामगारों रोजाना जिला सिरमौर से अपने घर निकल रहे हैगिरिपार में कार्यरत 27 प्रवासी कामगार पैदल ही उत्तराखंड पहुंच गए, लेकिन देर शाम को हर्बटपुर से इन्हें उत्तराखंड पुलिस ने वापस भेज दिया। इनके साथ दो छोटे बच्चे व महिलाएं भी थीं। देर शाम को ये वापस पांवटा पहुंचे और मैदान में सोने लगे। सूचना मिलने पर एसडीएम ने शेल्टर होम में सोने की व्यवस्था करवाई।
पांवटा के समाजसेवी अश्वनी रॉय व मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने बताया कि गिरिपार के सतौन व राजगढ़ क्षेत्र के 27 प्रवासी कामगार पैदल ही शुक्रवार को यूपी तथा बिहार के लिए चले गए। उत्तराखंड पुलिस टीम ने हबर्टपुर से देर शाम को इन्हें वापस भेज दिया। देर शाम को यह प्रवासी कामगार वापस पहुंच कर नगर परिषद खेल मैदान में सोने लगे तो एसडीएम व भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता को सूचित किया। इसके बाद मौके पर प्रवासी मजदूरों के सोने की व्यवस्था गुरुद्वारा साहिब में शेल्टर होम में देर रात को करवा दी।
शनिवार को इन्हें घर भेजने के लिए औपचारिकताएं पूरी करवाई जा रही थीं। इस बीच, सतौन से पहुंचे यूपी बरेली निवासी 20 कामगारों को ठेकेदार वापस ले जाने के लिए पहुंच गया। राजगढ़ क्षेत्र से बिहार जा रहे सभी कामगारों को उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है। एसडीएम लायक राम वर्मा ने कहा कि सूचना मिलने पर इन प्रवासी कामगारों को शेल्टर होम में भेज दिया गया था।
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