न्यूज़ पोर्टल्स : सबकी खबर (संगड़ाह)
उपमंडल संगड़ाह में बसों की भारी कमी तथा कुछ बस ओटरेटरों अथवा चालक परिचालकों की मनमानी के चलते सैकड़ों यात्रियों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है। गत माह से ओवरलोडिंग को लेकर पुलिस के सख्त रवैए के बाद सुबह दस बजे से पहले संगड़ाह पंहुचने वाली एचआरटीसी की तीन बसों द्वारा बार-बार आसपास के गांवों के छात्रों तथा यात्रियों के लिए बसें नहीं रोकी जा रही है।
इस कारण कईं बार छात्रों की स्कूल व कालिज में गैरहाजिरी लग चुकी है। सोमवार को जहां निगम की देवना-थनगा बस के चालक-परिचालक द्वारा ओवरलोडिंग का हवाला देते हुए डुंगी बस स्टाप पर दो दर्जन यात्रियों को नहीं बिठाया गया, वहीं दस बजे से पहले संगड़ाह पंहुची एक अन्य सरकारी बस की खिड़की से एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के हाथ में चोट लगने का कारण भी बस में ज्यादा भीड़ होना बताया गया। बसों में न बिठाए जाने तथा चालक परिचालकों की बदसलूकी को लेकर गत 28, जून को छात्र संगड़ाह में एक बार फिर एचआरटीसी के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं।
क्षेत्र में मौजूद कईं निजी बसें जहां इन दिनों शादियों, अन्य निजी कार्यक्रमों तथा राजनीतिक जनसभाओं की बुकिंग मिलने पर निर्धारित रूट पर नहीं जाती, वहीं उक्त बसों में बिना पैसेंजर लाइसेंस के चालक व ओवरलोडिंग होना तथा छुट्टे न होने के नाम पर ज्यादा किराया लिए जाने की शिकायतें आना भी आम बात है। निजी व सरकारी बसों के निर्धारित समय पर न चलने को लेकर बार-बार नोंक झोंक होना भी आम बात है। परिवहन निगम द्वारा क्षेत्र की अनदेखी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, पिछले सात माह से संगड़ाह मे एचआरटीसी का कोई भी कर्मचारी नियुक्त न होने के कारण यहां बुकिंग काउंटर बंद है तथा बसों की टाइमिंग की जांच की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हिमाचल के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर द्वारा गत वर्ष 28, मई 2018 को की गई घोषणा के मुताबिक आज तक हरिद्वार के लिए नौहराधार से पालर, संगड़ाह व बाईला होकर बस नहीं चली।
क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधी अनिल भारद्वाज, शांता देवी, सत्या देवी, सुरेश, ललित, सरीता देवी, एचपी शर्मा, इंद्र सिंह व आशा चौहान आदि ने क्षेत्र में बसों की भारी कमी की ओर ध्यान न देने के लिए संबंधित विभाग के प्रति नाराजगी जताई। करीब चार माह से निजी बस संगड़ाह-पांवटा साहिब के भी संगड़ाह न पंहुचने के लिए भी पंचायत प्रतिनिधियों तथा व्यापार मंडल संगड़ाह ने नाराजगी जताई। बयान में उन्होंने कहा कि, निजी व सरकारी बसों के चालक परिचालकों व मालिकों के साथ साथ संबंधित अधिकारी भी क्षेत्र के यात्रियों को परेशानियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। गौरतलब है कि, करीब 80 हजार की आबादी वाले विकास खंड संगड़ाह में परिवहन निगम की मात्र दो दर्जन बसें होने के चलते अधिकतर बसों व अन्य वाहनों में ओवरलोडिंग आम बात है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में यहां निगम का कोई भी कर्मचारी तैनात न होने से ओवरलोडेड बसों से भी एचआरटीसी को खास कमाई नहीं हो रही है। एसडीएम संगड़ाह की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा 12, सितंबर, 2018 को भेजी गई क्षेत्र मे नए निजी बस रूट स्विकृत करने की प्रपोजल के मुताबिक परिवहन विभाग द्वारा गत फरवरी माह में क्षेत्र में 11 निजी बसों के रूट स्विकृत किए जा चुके हैं। विभाग के अनुसार गत माह तक जहां संगड़ाह के उक्त 11 निजी बस रूट चुनाव आचार संहिता के चलते शुरू नहीं हो सके, वहीं अब आरटीए की बैठक होने के बाद इन्हें स्विकृति मिल सकेगी।
जिला सिरमौर मे बेरोजगार युवाओं को मिलने वाले कुल 26 में से 11 रूट अकेले उपमंडल संगड़ाह के हैं तथा इनके लिए 30 के करीब आवेदन मिल चुके हैं। गत सात वर्षों में इस उपमंडल में वाहन हादसों में क्षेत्र में 123 लोगों की जाने जा चुकी है, जिनमें से जिनमें से 55 की जान चार निजी बस दुर्घटनाओं में गई है। निगम के अड्डा प्रभारी व क्षेत्रीय प्रबंधक नाहन के अनुसार क्षेत्र में चलने वाली सभी बसों के चालक परिचालकों को निर्धारित समय व तय रूट पर चलने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यवाहक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सोना चौहान ने बताया कि, उपमंडल संगड़ाह में कुल ग्यारह रूट स्विकृति हुए हैं तथा इनके लिए निर्धारित तिथि तक आवेदन भी मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि, आरटीए की आगामी बैठक में उक्त रूट चालू करने की अनुमति मिल सकेगी। डीएसपी संगड़ाह तथा स्थानीय थाना प्रभारी आदि अधिकारियों के अनुसार समय समय पर नियमों की अवहेलना करने वाले बस ओटरेटरों के खिलाफ कार्यवाही की जाती है।
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