News Portals सबकी खबर(नाहन)
प्रदेश में मानसून के विदा होने के बावजूद बारिश ने जिले में फिर से लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। सोमवार रात्रि और मंगलवार को हुई भारी बारिश के बीच भूस्खलन से जिले की 42 सड़कें बंद हो गईं, वहीं 25 के करीब ट्रांसफार्मर भी बंद हो गए। ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 12 घंटे ब्लैक आउट रहा। बारिश से सबसे अधिक नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ। जिले में 42 सड़कें बंद हो गईं। मंगलवार को विभाग ने बंद सड़कों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए लेकिन देर शाम तक केवल 17 मार्गों पर ही आवाजाही बहाल को सकी। 25 सड़कें जिले में अभी बंद हैं। इससे लोक निर्माण विभाग को 54,99,000 रुपये का नुकसान हुआ है। भारी बारिश के चलते 10 दिन बाद कोट में बहाल राजगढ़-खैरी मार्ग फिर से बंद हो गया। वहीं, दो हफ्ते बाद खुला संगड़ाह-पालर-पीड़ियाधार मार्ग हरलोग के पास फिर से अवरुद्ध हो गया है। आसमानी बिजली गिरने और बारिश से पांवटा साहिब क्षेत्र में 25 ट्रांसफार्मर बंद रहे। इसके अलावा सैनधार, धारटीधार और गिरिपार के सैकड़ों गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। उधर, राजगढ़ उपमंडल की सेर जगास पंचायत के शदर गांव में दौलत राम के मकान को नुकसान पहुंचा है। मकान की एक दीवार क्षतिग्रस्त हो गई, वहीं अंदर रखा सामान भी खराब हुआ है। इस आपदा में दौलत राम को करीब 1,24,000 का नुकसान हुआ है।संगड़ाह तहसील के अंतर्गत आने वाली राजकीय प्राथमिक पाठशाला लवाली के रसोईघर पर आसमानी बिजली गिरने से बिजली का मीटर, तार और अन्य विद्युत उपकरण जल गए हैं। इसके अलावा दीवारों और खिड़की दरवाजे को भी नुकसान पहुंचा है। स्कूल को 40,000 रुपये का नुकसान हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी की ओर से जिले में 42 सड़कों के बंद होने व अन्य नुकसान की पुष्टि की गई है।
भारी बारिश से नौहराधार क्षेत्र में मटर, धनिया आदि फसलें खराब हो गई हैं। क्षेत्र में बारिश से पहले ही 70 फीसदी मटर की फसल खराब हो गई थी। रही सही कसर मंगलवार को हुई बारिश ने पूरी कर दी है। इसके अलावा क्षेत्र में सर्दियों के मौसम में पशु चारे के लिए घास का संकट भी पैदा हो गया है। इन दिनों घास कटाई का कार्य जोरों पर है, लेकिन बारिश से यह घास खराब हो गई है। ऐसे में किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
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