News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
जिला सिरमौर के अंतर्गत आने वाले सभी शिक्षा खंडों में तीन साल की तय अवधि पूरी कर चुके जेबीटी अध्यापकों को नियमित करने की प्रक्रिया गत मार्च माह से लॉक डाउन व उपनिदेशक की सेवानिवृत्ति के चलते लंबित है। खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा हालांकि इस बारे संबंधित दस्तावेज प्रारम्भिक शिक्षा उपनिदेशालय को भेजे जा चुके हैं, मगर उपनिदेशालय के संबंधित कर्मियों के अनुसार राष्ट्रीय लॉक डाउन तथा उपनिदेशक की सेवानिवृत्ति के चलते मामला लंबित है।
डीलिंग हैंड के अनुसार अप्रैल माह में लॉक डाउन के बाद गत सप्ताह उपनिदेशक सेवानिवृत्ति हो गए। ओएसडी उमेश बहुगुणा को हांलांकि प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार मिल चुका है, मगर उन्हें सभी शक्तियां प्रदान करने संबंधी विभागीय आदेश मिलना शेष है। तीन साल की अवधि पूरी कर चुके जिला सिरमौर के उक्त अध्यापकों द्वारा गठित अनुबंध जेबीटी शिक्षक संघ द्वारा मंगलवार को जारी बयान में प्रदेश सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई। उन्होंने कहा कि, हिमाचल के बिलासपुर में जहां उनके साथ मार्च माह में तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके अनुबंध जेबीटी को नियमित किया जा चुका है, वहीं कुछ अन्य जिलों में प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सिरमौर के उक्त अध्यापकों को नियमित न होने से हर माह करीब 12,000 रुपए वेतन का नुकसान हो रहा है।
सबसे ज्यादा तेरह जेबीटी शिक्षक संगड़ाह ब्लाक में रैगुलर होने हैं। खंड शिक्षा अधिकारी संगड़ाह के अनुसार अनुबंध जेबीटी शिक्षकों के संबंधित दस्तावेज शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय सिरमौर को भेजे जा चुके हैं। शिक्षा निदेशालय के डीलिंग हैंड के अनुसार कार्यवाहक शिक्षा उपनिदेशक को अब तक सभी कार्य करने के लिए विभाग द्वारा अधिकृत किया जाना शेष है। उन्होंने कहा कि, विभाग द्वारा सभी शक्तियां प्रदान किए जाते ही उक्त अध्यापकों के नियमितीकरण संबंधी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
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