News Portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
संगड़ाह अस्पताल के इन दिनों एक मात्र डॉक्टर के सहारे चल रहा है । जिसके चलते क्षेत्रवासियों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह की 41 पंचायतों को सेवाएं दे रहे इस संस्थान में न केवल काफी अरसे से डॉक्टर के तीन पद खाली हैं, बल्कि पैरामेडिकल स्टाफ को लगाकर यहां करीब 70 फीसदी पद खाली हैं। क्षेत्र के मरीजों को लगातार 24 घंटे स्वास्थय सेवाएं देने वाले इस अस्पताल में 12 घंटे के लिए एक अन्य डॉक्टर को प्रतिनियुक्त किया गया है।
बता दे कि उक्त मुद्दे को लेकर गत 8 अगस्त को बीएमओ कार्यालय का घेराव कर चुकी जनवादी महिला समिति द्वारा 12 सितंबर को इस बारे एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जा चुका है। महिला समिति की प्रदेश अध्यक्ष संतोष कपूर तथा संगड़ाह इकाई के पदाधिकारियों ने यहां जारी बयान में कहा कि, अस्पताल में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के शेष पद न भरे जाने व एंबुलेंस, एक्स-रे तथा गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाऊंड जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध न होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। आगामी 15 अक्टूबर को महिला समिति बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर एक बार फिर संगड़ाह में प्रदर्शन करेगी। अस्पताल में खाली पदों के मुद्दे पर संगड़ाह विकास मंच द्वारा जहां गत 23, जुलाई को मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा गया था, वहीं गत सप्ताह क्षेत्र के भाजपा नेता उक्त मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं। इसके बावजूद हाल ही में यहां से बिना रिलीवर एक फार्मासिस्ट का तबादला हो चुका है।
हिमाचल सरकार के नियमानुसार हालांकि सीएचसी में 40 बेड होने चाहिए, मगर यहां मई 2018 तक मौजूद 15 बिस्तर में से भी नए बीएमओ के आने के बाद पांच को हटाया जा चुका है। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह के 26 हेल्थ सबसेंटर में 52 में से 40 स्वास्थय कार्यकर्ताओं के पद खाली है। 14 उपकेंद्रों में कोई भी कर्मचारी न होने की चलते ताले जड़े हैं। खंड स्वास्थ्य अधिकारी संगड़ाह डॉ यशवंत सिंह के अनुसार संगड़ाह अस्पताल में हाल ही में एक डॉक्टर की नियुक्ति हो चुकी है तथा यहां खाली पड़े अन्य पदों को भरने के लिए विभाग को लिखा जा चुका है। उन्होंने कहा कि, जिन 14 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में कोई भी कर्मचारी नही है, वहां महीने में एक दिन अन्य स्थान से किसी कार्यकर्ता को डीप्यूट किया जाता है।
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