News portals-सबकी खबर(संगड़ाह)
भारत को पलास्टिक मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर के पैराएथलीट वीरेंद्र सिंह उर्फ बबलू ने अपने स्तर पर मुहिम छेड़ दी है।जिसमे प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश देने के लिए हिमाचल की राजधानी शिमला से चंडीगढ़ तक मैराथन दौड़ करेंगे। धावक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रर्यावरण को प्लास्टिक कचरा मुक्त किए जाने मुद्दा विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों से उठाए जाने से प्रभावित होकर इस मैराथन का निर्णय लिया है।
मैराथन आगामी 30 सितंबर को करीब 219 किलोमीटर की मैराथन का समापन 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर होगा। ये समापन पंजाब व हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में किया जाएगा। भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक कार्यालय शिमला तथा क्षेत्रीय ब्यूरो चंडीगढ़ में।सौजन्य से इवेंट में
क्रूमेंबर्स पर होने वाले खर्चे के लिए जिला सिरमौर स संबंध रखने वाले डॉ. राम गोपाल, राजेंद्र शर्मा, अशोक कंठ, प्रो रविंद्र व विजेंद्र शर्मा आदि समाजसेवियों द्वारा मिलकर सहयोग राशि एकत्र की गई है।
इससे पहले विरेन्द्र सिंह 3 ओपन मैराथन को भी देश के प्रतिष्ठित धावकों के साथ तय समय में पूरा कर चुके हैं। राष्ट्रीय स्तर की 8 पैराएथलिटिक प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने में सफल रहे हैं।
सिरमौर के उपमंडल संगड़ाह ग्राम लगनू का रहने वाला यह धावक है। जो इससे पूर्व गत 14 व 17 मई को क्षेत्र के लुधियाना स्कूल की 14 वर्षीय उर्मिला के किडनी के इलाज को 2 चैरिटी रन कर चुका हैं। प्रर्यावरण को प्लास्टिक से मुक्ति का संदेश देने के लिए आयोजित होने वाली शिमला से चंडीगढ़ मैराथन उनकी अब तक की सबसे लंबी दौड़ है।
उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रर्यावरण को प्लास्टिक कचरा मुक्त किए जाने मुद्दा विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों से उठाए जाने से प्रभावित होकर उन्होंने इस मैराथन का निर्णय लिया। प्लास्टिक फ्री इंडिया मैराथन में सहयोग के लिए उन्होंने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, अपने आयुर्वेदिक विभाग तथा अन्य सहयोगियों का धन्यवाद किया। हिमाचल प्रदेश में अपनी तरह के इस पहले इवेंट के लिए यह दिव्यांग धावक पूरी तैयारी कर चुका है।
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