Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 22, 2024

DROP रोबॉल एसोसिएशन इकाई सिरमौर का हुआ गठन ।

News portals-सबकी खबर

जिला सिरमौर में DROP रोबॉल एसोसिएशन इकाई की कार्यकारिणी का गठन किया गया । इस कार्यकारिणी का गठन हिमाचल प्रदेश ड्रॉप रोबॉल  एसोसिएशन के सचिव गोविंद सिंह चायंक की अध्यक्षता में किया गया । इस कार्यकारणी का गठन इस प्रकार हुआ  DROP ड्रॉप रोबॉल सिरमौर एसोसिएशन के चेयरमैन प्रो . देवेंद्र शर्मा  , प्रधान वीर सिंह चौहान ,उपप्रधान जगपाल चौहान, जयप्रकाश शर्मा, महासचिव ओमप्रकाश राणा, सचिव राजेश चौहान, प्रकाश ठाकुर, मुख्य सलाहकार मामचंद शर्मा, कोषाध्यक्ष गुलाब सिंह ठाकुर, प्रेस सचिव संजू जोगेंदर निम्नलिखित को कार्यकारिणी के सदस्य को चयनित किया गया। यह जानकारी महासचिव ओमप्रकाश राणा ने दी । उक्त इकाई का गठन के बाद सभी पदाधिकारियों ने परंपरागत DROP रोबॉल खेल को बढ़ावा देने के लिए चर्चा की गई । यह जिला राज्य स्तरीय  प्रतियोगिता नेरवा कॉलेज के मैदान में 11 अक्टूवर  से 13 अक्टूवर  तक खेली जानी है । जिसमे प्रदेश भर के युवा भाग लेंगे । इस मौके पर रमेश चंद शर्मा संजय तोमर ओमप्रकाश सत्यपाल शर्मा शीला देवी सुमन लता चौहान आदि उपस्थित रहे ।

बता दे कि DROP ड्रॉप रोबॉल खेल प्राचीन काल से भारतवर्ष में अनेकों मनोरंजन आत्मक एवं परंपरागत खेलों का प्रचलन रहा है। यहां की मानव संस्कृति भी खेलों से ओतप्रोत रही है। कहा जाता है कि खेल सबके लिए की भावनाओं को पूरा करने के लिए परंपरागत ड्रॉप रोलर खेल की शुरुआत उतर भारत में दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में कागज व कपड़ों की बोल बनाकर खेला जाता था । इस खेल में बॉल को हवा में एक दूसरे के साथ खेलने का प्रचलन रहा है । ग्रामीण क्षेत्रों में इस से कागजों व कपड़े की बोल के नाम से जाना जाता है । विद्यार्थी काल में भारतीय ड्रॉप रोबॉल महासंघ के संस्थापक ईश्वर सिंह ने देख की यह परंपरागत खेल को लुप्त हो रहा है । तत्पश्चात उन्होंने इस परंपरा खेल को पुनः जीवित करके की प्रतियोगिताएं करवाई गई । कई वर्षों के शोध को व पुरुषार्थ के बाद 2008 में इस खेल को नियम वध करके ड्रॉप रोबॉल के नाम से आधुनिक रूप से देकर भारतीय ड्रॉप रोबॉल महासंघ का गठन करके इस खेल को पुनः शुरुआत रोहतक हरियाणा प्रदेश से की ।


यह परंपरागत खेल स्वास्थ्य मनोरंजन एवं प्रतियोगिता तीनों के लिए उपयुक्त है जो सीखने में सरल चोट भय से मुक्त ,सीमित साधनों व सरल खेल नियमों और आसानी से उपलब्ध खेल मैदानों में खेला जा सकता है। इसे सिंगल, डबल ,ट्रिपल, सुपर इवेंट व मिक्स डबल में खेला जाता है। ड्रॉप रोबॉल खेल में दो टीमों के बीच में नेट के दोनों और बोल को टप्पा देकर हथेली के द्वारा खेला जाता है । इसको अंकों के द्वारा तीन से पांच सेटों में खेला जाता है।

इस खेल की प्रथम राष्ट्रीय प्रतियोगिता सितंबर 2009 में जांजगीर चंप्पा( छत्तीसगढ़ )में करवाई गई । 2014 में इस खेल को स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया एसजीएफआई और 2017 में भारतीय विश्वविद्यालय संघ AIU कि राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भी शामिल कर लिया गया है .। D.AV और विद्या भारती की खेल प्रतियोगिताओं में भी खेला जा रहा है इस खेल की तकनीकी शैली और खेल कौशल युवा पीढ़ी को आकर्षित करने वाली है वर्तमान में यह खेल भारत में ही नहीं अपितु कई अन्य देशों में भी खेला जा रहा है ।

Read Previous

जमीदोंज एनएच-707 सड़क से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित। लोग जेसीबी व ट्रक्टरों से नदी कर रहे पार।

Read Next

विषाक्त पदार्थ निगलने पर गिरिपार के 22 वर्षीय युवक की मौत ।

error: Content is protected !!