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हिमाचल प्रदेश में हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में हुए गड़बड़झाले से कोई सबक नहीं लिया गया और रविवार को प्रदेश भर में आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में जबरदस्त अफरातफरी का माहौल देखने को मिला। 1195 पद भरने के लिए प्रदेश भर में 1193 केंद्र बनाए गए थे, लेकिन अधिकतर जिलों में अव्यवस्था का आलम रहा। हालांकि विवादों के बीच रिटन टेस्ट तो हो गया, लेकिन कई जगह अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। कई अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों के बाहर रोल नंबर ढूंढते रहे तो कइयों के सेंटर ही गलत अलॉट कर दिए गए।
पालमपुर के धीरा में एग्जाम देरी से शुरू होने पर युवाओं ने हंगामा कर दिया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभ्यर्थियों का आरोप था कि उन्हें वक्त पर क्वेश्चन बुकलेट उपलब्ध नहीं करवाई गई। माहौल इतना बिगड़ गया कि खुद पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। इसी तरह जिला कांगड़ा के कई केंद्रों में अभ्यर्थियों ने अव्यवस्था और लापरवाही का आरोप प्रशासन पर जड़ा। ‘न्यूज़ पोर्टल्स’ के पास कई अभ्यर्थियों ने फोन के माध्यम से परीक्षा में लापरवाही और गड़बड़ की शिकायतें कीं। घुमारवीं में भी कई अभ्यर्थियों को प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा।
परीक्षा के लिए दो-दो अभ्यर्थियों को एक जैसे ही रोल नंबर जारी कर दिए गए थे, जबकि एडमिट कार्ड पर सेंटर का नाम भी गलत था। अफरातफरी का यह माहौल सुंदरनगर में भी देखने को मिला। अभ्यर्थियों को रोल नंबर स्लिप पर जो केंद्र अलॉट किया गया था, वहां पहुंचने पर पाया गया कि उसका परीक्षा केंद्र किसी दूसरे शिक्षण संस्थान में है। इसके अतिरिक्त परीक्षा में गणित के एक सवाल के गलत होने का दावा किया जा रहा है। बता दे की रविवार को करीब अढ़ाई लाख बेरोजगार युवाओं ने पटवारी की परीक्षा दी है। वैसे आवेदन तीन लाख दो हजार 475 लोगों ने किया था, लेकिन सभी लोगों ने परीक्षा नहीं दी। पालमपुर व कांगड़ा के धीरा में अभ्यथियों को कई तरह की दिक्कतें उठानी पड़ी हैं, वहीं शिमला के संजौली परीक्षा केंद्र में भी कुछ विवाद सामने आया है।
परीक्षा में बी सीरीज में मैथ का एक सवाल गलत बताया जा रहा है, जिस पर विभाग का कहना है कि यदि सवाल गलत है तो उसके नंबर परीक्षा में काउंट नहीं किए जाएंगे। गौरतलब है कि पटवारी परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को डेढ़ साल की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें छह महीने बंदोबस्त, छह महीने मुहाल व छह महीने राजस्व मामलों को लेकर प्रशिक्षण लेना होगा, जिसके बाद इनकी असल परीक्षा होगी। उस परीक्षा को पास करने वाले ही पटवारी लगेंगे। इस मुख्य परीक्षा को पास करने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे।
पटवारी परीक्षा को लेकर कुछ जिलों में विवाद हुए हैं, जिनकी जानकारी मांगी गई है। डुप्लीकेट रोल नंबर के मामले मौके पर ही निपटाए गए हैं। यदि परीक्षा में सवाल गलत है तो उसका समाधान भी हो जाएगा देवा सिंह नेगी
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