News portals-सबकी खबर (नाहन)
हिमाचल के सिरमौर जिले में चूड़धार यात्रा पर गए पीजीआई चंडीगढ़ के चिकित्सक की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण तीसरी नामक स्थान पर मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि तीसरी नामक स्थान पर चिकित्सक की तबीयत खराब हुई। सूचना मिलने के बाद नौहराधार से प्रशासन की टीम मौके को रवाना हुई। देर शाम तक डॉक्टर को नौहराधार पहुंचाया गया। लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी। नौहराधार में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार पीजीआई के चिकित्सक डॉ. सौगात भटनागर गुरुवार को अपनी साथी जेस्मिन के साथ चूड़धार के लिए रवाना हुए थे। शुक्रवार को दोनों तीसरी नामक स्थान पर पहुंचे। जब तीसरी के नजदीक पहुंचे तो ज्यादा चढ़ाई के चलते चिकित्सक की सांसें फूलने लगीं। डॉ. भटनागर ने अपने स्वास्थ्य को देखते हुए आगे नहीं जाने की बात कही और वहीं पर ढाबे में रुक गए।
बता दे कि डॉ. सौगात कलकत्ता के निवासी थे व चंडीगढ़ पीजीआई में तैनात थे। बताया जा रहा है कि डॉक्टर का वजन काफी ज्यादा था जिस कारण इन्हें सांस की दिक्कत पैदा हुई। वहीं, ऊंचाई ज्यादा होने की वजह से ऑक्सीजन की कमी आ गई। जिस कारण इनकी दिल की धड़कन बंद हो गई। सूचना मिलने के बाद उन्हें बचाने के लिए नौहराधार से पुलिस के पांच जवान, राजस्व विभाग के छह कर्मचारी, चिकित्सकों की टीम व भारी संख्या में स्थानीय ग्रामीण चूड़धार के लिए रवाना हुए थे।
लोगों की सहायता से चिकित्सक को नौहराधार पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित किया। सीएचसी नोहराधार के चिकित्सक डॉ. सौरव शांडिल ने बताया कि सांस की दिक्कत व ऊंचाई ज्यादा होने की वजह से चिकित्सक मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए राजगढ़ भेज दिया गया है। तहसीलदार नौहराधार राजीव रांटा ने बताया कि रात को नाहन प्रसाशन से इस संबंध में फोन आया था। सुबह बचाव टीम भेजी गई थी। इनके लिए राजगढ़ से ऑक्सीजन सुविधा वाली एंबुलेंस भी मंगवाई गई थी।
जबकि साथी जेस्मिन चूड़धार निकल गईं। शाम को जेस्मिन भी ढाबे पर पहुंचीं। दोनों वहीं रुके थे लेकिन रात को चिकित्सक की तबीयत और बिगड़ गई और वह बेहोश हो गए। शुक्रवार देर शाम तक जब वह होश में नहीं आए तो उनके साथ गईं जेस्मिन ने देर शाम को 100 पर कॉल कर मदद मांगी। जिसकी सूचना जिला प्रशासन ने नौहराधार तहसील व नोहराधार पुलिस को दी।
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