Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 22, 2024

आईजीएमसी में चर्बी का लाइव डेमोंस्टे्रशन के साथ बिना कट आपरेशन, अब मोटापे से लड़ना आसान |

News Portals- सबकी खबर (शिमला)

हिमाचल प्रदेश की पहली रोबोटिक सर्जरी आईजीएमसी में सफल हो गई है। इस सर्जरी से अब मोटोपे से लड़ना और आसान होगा। आईजीएमसी में शनिवार को प्रदेश की पहली बेरियाट्रिक रोबोटिक सर्जरी की गई है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली और आईजीएमसी के डाक्टरों की टीम ने शनिवार को लाइव डेमांस्ट्रेशन के साथ यह सफलता हासिल की है। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने डाक्टरों को बधाई देते हुए कहा कि यह डाक्टरों की मेहनत और एडवांस टेक्नोलॉजी का कमाल है, जिस कारण चीरा दिए बिना इतनी बड़ी सर्जरी को अंजाम दिया गया।

आज मेडिकल साइंस ने एक नया रूप ले लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोबोट द्वारा की गई सर्जरी वास्तव में एक वैज्ञानिक चमत्कार है और यह प्रसन्नता की बात है कि आईजीएमसी भी इस तरह के चिकित्सीय कार्य का हिस्सा बना है। प्रदेश सरकार यह मशीन आईजीएमसी में उपलब्ध करवाने पर विचार करेगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी भोजन संबंधी आदतों के कारण हिमाचल में भी मोटापा एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभर रहा है।

उन्होंने कहा कि ‘दि विंसी’ तकनीक से सर्जन दोनों स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी और रॉक्स-एन-वाई गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी रोबोट की सहायता से छोटे उपकरणों का प्रयोग करके मरीजों की शल्य चिकित्सा कर सकते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यशाला की स्मारिका का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के दौरान आईजीएमसी रेज़िडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने प्रदेश सीएम को ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें स्टाइफंड बढ़ाने की मांग मुख्यमंत्री के समक्ष पेश की गई।

24 करोड़ की मशीन दिलवाएं

चिकित्सा शिक्षा के निदेशक डा. रवि शर्मा ने मुख्यमंत्री से मरीजों की सुविधा के लिए आईजीएमसी में 24 करोड़ रुपए की यह मशीन उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। कार्यशाला के आयोजक डा. डीके वर्मा ने इस तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संगठन सचिव प्रो यूके चंदेल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। डा. राजीव बिंदल के पुत्र डा. विवेक बिंदल ने इस अवसर पर शल्य चिकित्सा की। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी डा. साधना ठाकुर, आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डा. मुकुंद लाल, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. जनक राज और अन्य विभागाध्यक्ष इस अवसर पर उपस्थित थे।

Read Previous

हिमगिरी के औद्योगिक भ्रमण पर गए बोगधार स्कूल के छात्र ।

Read Next

ई-रिक्शा चालकों को बच्चों की फीस देने के पड़े लाले और बीमार पत्नी के उपचार को भी पैसे नहीं |

error: Content is protected !!