News portals-सबकी खबर (पंजाब )
टेक्नोलॉजी में भले ही हमारे जीवन को आरामदायक और सुविधाजनक बना दिया है, लेकिन यह भी सच है कि इसके विकास के साथ साथ मनुष्य के स्वास्थ्य को गंभीर हानि भी पहुंची है। स्मार्टफोन कंप्यूटर और वायरलेस कनेक्शन के असीमित उपयोग के कारण हम न सिर्फ इन पर पूरी तरह से निर्भर हो रहे हैं, बल्कि यह विभिन्न प्रकार से हमें बीमार भी कर रही हैं।
हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार स्मार्ट उपकरणों और सेल्यूलर टावरों से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन विकिरण अन्य देशों की तुलना में भारत में 10 गुना ज्यादा है। आज की टेक्नोलॉजी ने पुरुष महिला दोनों की प्रजनन क्षमता को बुरी तरह से प्रभावित किया है। रेडिएशन के कारण भारत में अनेक दंपत्ति प्रजनन क्षमता से जुड़ी किसी न किसी समस्या का शिकार हो रही है, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बांझपन को बढ़ा रहे हैं। सुमिता सोफत हॉस्पिटल की बांझपन विशेषज्ञ डा. सुमिता सोफत ने बताया कि इलेक्ट्रोनिक उपकरणों का लंबे समय तक इस्तेमाल पुरुष महिला दोनों की प्रजनन क्षमता के लिए घातक हो सकता है।
Recent Comments