कफोटा स्कूल मे स्टाफ़ की कमी के चलते विज्ञान और कॉमर्स संकाय में एक भी बच्चा नही।
News portals-सबकी खबर (कफोटा )
जिस प्रदेश मे देश का कर्णधारों का भविष्य ही सुरक्षित नही वहां पर विकास के क्या मायने रह जाते है। प्रदेश सरकार ने हाल ही मे अपने कार्यकाल के दो वर्ष का जश्न तो ऐसे मनाया मानो पूरे प्रदेश में कहीं कोई कमी बाकी नही रही हो। लेकिन जो हालात शिलाई क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों के है यदि उसे ही विकास कहा जाता है तो लोगों को ऐसा विकास कतई मंजूर नहीं। बात शिलाई क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कफोटा की हो रही है। जहां स्टाफ़ की भारी कमी के कारण विज्ञान और कॉमर्स संकाय में बच्चों ने दाखिला लेना ही छोड़ दिया है। यानि कि क्षेत्र के बच्चों को वैज्ञानिक और चार्टर अकाउंटेंट बनने के सपने देखने की भी सरकार ने उम्मीद नही छोडी है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कफोटा में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 343 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।आस पास की 4 पंचायतों का केन्द्र यह विद्यालय पिछ्ले 4-5 वर्षों से स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। अब तो यह स्तिथि हो गई है कि क्षेत्र के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण विद्यालय में विज्ञान संकाय में जमा एक और जमा दो कक्षा मे एक भी छात्र व प्रवक्ता नहीं। साथ ही वाणिज्य संकाय में भी दोनों पद रिक्त हैं जिसके कारण बारहवीं कक्षा में छात्र संख्या शून्य है। जमा एक मे चार पांच बच्चों ने इस उम्मीद से दाखिला लिया था कि कोई प्रवक्ता आ जायेंगे लेकिन अब छात्रों को साल बरबाद होने की चिंता सता रही है। इसके अलावा स्कूल मे प्रधानाचार्य, एक पद प्रवक्ता आई पी, एक पद प्रवक्ता अंग्रेजी, एक पद कनिष्ठ सहायक, एक पद शारीरिक शिक्षक, एक पद प्रयोगशाला सहायक और एक पद लाइब्रेरियन का रिक्त पड़ा है।
खण्ड परियोजना कार्यालय होने के बावजूद प्रधानाचार्य व शिक्षकों तथा गैर शिक्षकों के इतने पद रिक्त होने के कारण विद्यार्थियों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है साथ ही अभिभावकों में भी सरकार व विभाग के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। विद्यालय प्रबंधन समिति व शिक्षा संवाद के अन्तर्गत गत दिनो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कफोटा में आयोजित बैठक में अध्यक्ष दाता राम शर्मा, सहित क्षेत्र के अभिभावकों ने सरकार व विभाग से रिक्त पदों को शीघ्र अति शीघ्र भरवाने का आग्रह किया है। ताकि क्षेत्र के बच्चों का भविष्य बरबाद होने से बच सके।
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