News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
पांवटा शहर में प्लास्टिक से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके बाद अब सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग भी दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। इसके कारण यहाँ पर ईको सिस्टम भी बिगड़ गया तो इसका नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। देश और प्रदेश सरकार स्वच्छता के लिए किए जा रहे तमाम प्रकार के जतन पर यह प्लास्टिक और सिंगल यूज प्लास्टिक धब्बाा लगाने का काम कर रही है। लेकिन बैन के बाद पांवटा शहर में इसका उपयोग नहीं रोक पाया कोई भी विभाग । हिमाचल ओर उत्तराखंड सीमा कुल्हाल से हर महीने हर सफ्ताह गुरुवार को विभागों के नाको तले यहां पर पॉलिथीन लाया जाता है । क्योंकि सप्ताह के हर गुरुवार को हिमाचल और उत्तराखंड की सीमा पर कुल्हाल में हर सप्ताह खाद्य समान की मंडी लगती है। पांवटा साहिब से मंडी में सामान लाने के लिए हजारों की तादाद में लोग मंडी में जाते हैं लेकिन मंडी से वापस आते समय प्लास्टिक की थैलियों में सब्जी की आधी को ले आते हैं जिससे पांवटा शहर में पॉलिथीन काफी मात्रा में उतपन्न हो जाता है । हैरानी की बात तो यह है कि खाद्य आपूर्ति विभाग के 200 मीटर की दूरी पर गोविंदघाट बैरियर है जहां पर पुलिस बल सहित अन्य विभाग भी मौजूद है लेकिन इन पॉलिथीन को रोकने के लिए कोई विभाग आगे नही आ रहा है । विभाग और मानवता का यह कार्य हर सफ्ताह समाज सेवी इकाई क्लीन पांवटा ग्रीन पांवटा की टीम द्वारा इस प्लास्टिक रोकने के लिए आगे हैं । युवा मनिंदर सिंह की टीम हर सप्ताह 3 से 4 घंटे का समय निकालकर गोविंदघाट बेरियल पर लोगों द्वारा लाए जा रहे पॉलिथीन को रोकने के लिए सतत प्रयास करते आ रही है ।
वजन कम लेकिन नुकसान ज्यादा
प्लास्टिक और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हर जगह हो रहा है। पानी की बोतल से लेकर डिस्पोजल के रुप में चाय से लेकर खाना और अन्य जगहों पर वहीं प्लास्टिक की थैलियों में सब्जियों सेलेकर दुध व खाद्य सामग्री हर दिन खुले में बेची जा रही है। शहर हर दिन बड़ी तादाद में प्लास्टिक का यह जहर उगलता जा रहा है। इसमें विडबंना यह भी है कि हल्का होने के कारण वजन भले ही इसका कम होता है, लेकिन इससे नुकसान उससे कई गुना अधिक होता है। प्लास्टिक के बाद अब सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने की पहल तो हुई, लेकिन नपा की सख्ती नहीं होने के कारण इसका उपयोग कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है।
सेहत के साथ पर्यावरण पर सिंगल यूज प्लास्टिक का पड़ रहा बुरा प्रभाव ।
प्रदेश सरकार प्लास्टिक बंद को लेकर जिला सिरमौर के उपमण्डल पांवटा साहिब में कुछ खास नजर नही आ रहे है । यहां पर प्लास्टिक के जिन प्रोडक्ट पर प्रतिबंध लगाया गया है वह यहां आसनी से उपयोग में लाया जा रहा है । हालांकि सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल में हमें आसानी होती है, लेकिन इसका हमारे सेहत के साथ पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है। सिंगल यूज प्लास्टिक यानी जो सिर्फ एक बार उपयोग के बाद फेंक दी जाती है। आजकल शादी व पार्टी के साथ सिंगल यूज प्लास्टिक का चलन दिनोंदिन बढ़ता चला जा रहा है। प्रतिदिन बिजनेस और कारोबारी इकाईयों में इसका खूब इस्तेमाल हो रहा है। उत्पादन पर भले ही खर्च कम हो लेकिन फेंके गए प्लास्टिक के कचरे उसकी सफाई और उपचार पर काफी खर्च होता है। इस तरह की प्लास्टिक के अंदर जो रसायन होते है उनका मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण पर असर पड़ता है। प्लास्टिक की वजह से मिट्टी का कटाव होता है, इसके अंदर का केमिकल बारिश के पानी के साथ जलाशयों में जाता है जो हानिकारक है।
उधर, पांवटा साहिब में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने बताया कि शहर में अब भी 8 से 9 परसेंट पॉलिथीन का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन समय-समय पर विभाग द्वारा दुकानों पर भी छापेमारी की जा रही है ओर चलान भी किए जाते है। लेकिन अन्य विभाग द्वारा प्लास्टिक के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं जिसके कारण प्लास्टिक शहर में कुछ परसेंट उपयोग हो रहा है।
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