News portals-सबकी खबर (पालमपुर)
वीर बालिका अलाइका डाक्टर बन सेना में सेवाएं देना चाहती है। वीरता का परिचय देकर देश व प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी और राष्ट्रपति पदक से सम्मानित अलाइका को देश सेवा का जुनून है। एक कार हादसे के दौरान वाहन चालक व अपने परिजनों की जान बचाने में अहम रोल अदा करने वाली 15 वर्षीय अलाइका को राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
जानकारी के अनुसार भारतीय बाल कल्याण परिषद (आईसीसीडब्ल्यू) की ओर से वीरता पुरस्कार से नवाजी गई पालमपुर के मारंडा की रहने वाली अलाइका पहली सितंबर, 2018 को कार में माता सविता व दादा सेवानिवृत्त कैप्टन केके अवस्थी के साथ खैरा जा रही थी। इस दौरान रास्ते में चालक कार पर से नियंत्रण खो बैठा और कार पहाड़ी से 50 मीटर नीचे लुढ़क गई। कार पेड़ के साथ फंस गई व इसमें सवार सभी लोगों के साथ अलाइका को भी चोटें आईं, लेकिन उसने बहादुरी दिखाते हुए कार का दरवाजा खोला और सड़क तक पहुंची। पहले अलाइका ने खुद अपनी मां और दादा को निकालने का प्रयास किया, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाई। उसने समझदारी से काम लेते हुए सड़क तक पहुंच कर वहां से गुजर रहे वाहन चालकों को हादसे की जानकारी दी। वाहन चालकों ने कार में फंसे तीनों लोगों को बाहर निकाला व अलाइका समेत अन्य तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
अलाइका को सूझ-बूझ व वीरता के लिए राष्ट्रपति द्वारा देश भर के अन्य 21 वीर बच्चों के साथ सम्मानित किया गया। अलाइका को मिले इस सम्मान से न केवल उसके परिजन, बल्कि पूरा पालमपुर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। बता दें कि अलाइका का जन्म 27 जनवरी, 2005 को पालमपुर में हुआ था। उनके पिता दिनेश कुमार एक निजी संस्थान में कार्यरत हैं, जबकि माता सविता उपाध्याय गृहिणी हैं। अलाइका इस समय पालमपुर के एक निजी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही हैं और आगे जाकर चिकित्सक बनना चाहती हैं। अलाइका सेना से रिटायर अपने दादा से प्रेरित हैं और उनके ही पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए सेना में सेवाएं देना चाहती है। वहीं, पोती की इस उपलब्धि से दादा भी बहुत खुश हैं। शुरू से ही पढ़ाई में होनहार अलाइका युवाओं को संदेश देती है कि हर परिस्थिति का डटकर सामना करें और हर किसी की मदद को आगे आएं।
21 बच्चों को मिला था सम्मान
26 जनवरी, 2020 को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश भर के 21 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा था। इनमें पालमपुर की 15 वर्षीय बेटी अलाइका भी शामिल थीं। इन सभी बच्चों को विपरीत परिस्थितियोंं में हौसला दिखाते हुए सूझ-बूझ व बहादुरी से कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया था। देश भर में पहचान बना चुकी अलाइका अपने दादा की लाड़ली है और उनकी ही तरह सेना में जाना चाहती है। बेटी की उपलब्धि से सारा परिवार भी खुश है, लेकिन दादा की खुशी दोगुनी है। अलाइका के दादा केके अवस्थी को 26 जनवरी, 1993 को ऑनरेरी कैप्टन की उपाधि प्रदान की गई थी, जिसके ठीक 27 साल बाद पोती को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया है।
राज्यपाल-सीएम ने दी बधाई
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की ओर से अलाइका को भेजे गए पत्र में शुभकामनाएं दी गई हैं। अलाइका को मिले सम्मान पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया पर लिखा ‘गर्व का विषय है कि देवभूमि हिमाचल के पालमपुर की बेटी अलाइका को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किया गया है। हिमाचल की बहादुर बेटी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।’
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