News portals-सबकी खबर (शिमला )
शिमला के लोगों को अब आटे से लेकर दालों तक की खरीदारी के लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। आटा दो रुपये और दालें पांच से दस रुपये प्रति किलो तक महंगी हो गई हैं। शिमला की अनाज मंडी के कारोबारियों के मुताबिक पिछले दो हफ्ते से शहर के लिए अनाज की सप्लाई नहीं आई है। ज्यादातर के पास स्टॉक लगभग खत्म हो गया है। दो दिन में जिन कारोबारियों ने दिल्ली में दाल और आटे का आर्डर दिया है, उसके लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़े हैं। होलसेल पर ही दालों के दाम पांच से दस रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं। कई कारोबारी ऐसे भी हैं, जिन्हें महंगी दरों पर भी दिल्ली से दालें नहीं मिल रहीं।
अनाज मंडी के एके एंटरप्राइजिज ने कहा कि दिल्ली से दालों की सप्लाई नहीं मिल रही है। शिमला व्यापार मंडल के महासचिव एवं गंज के कारोबारी संजीव ठाकुर ने कहा कि दिल्ली में ही दालें पांच से दस रुपये महंगी मिल रही है। एक दो दिन में इनकी सप्लाई शिमला पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि थोक विक्रेता 5 फीसदी और रिटेल विक्रेता 8 प्रतिशत मार्जिन पर यह दालें आग बेच सकता है।
सप्लाई पहुंचने से पहले बढ़ गए रेट
आटा और दालों के थोक भाव में इजाफा होता देख शहर के कई कारोबारियों ने अपने वर्तमान स्टॉक के रेट बढ़ा दिए हैं। जिला प्रशासन इन पर निगरानी रख रहा है लेकिन इसके बावजूद कई कारोबारी बढ़े हुए रेट पर सामान बेच रहे हैं। आटा दो रुपये प्रति किलो तक महंगा बिक रहा है। होलसेल पर 270 रुपये की मिलने वाली दस किलो आटे की थैली रिटेल में 330 से 350 रुपये में बेची जा रही है।
अनाज मंडी के अध्यक्ष दीपक श्रीधर ने कहा कि दिल्ली से ही दालें महंगी मिल रही हैं। स्टॉक खत्म होने के कारण कारोबारियों को महंगे रेट पर दालें मंगवानी पड़ रही हैं। शहर में लेबर की भी कमी है जिससे अनाज ढुलाई में दिक्कत आ रही है। परिवहन सेवा भी महंगी होने से दामों पर असर पड़ा है।
थोक भाव प्रति क्विंटल
दालें पुराना रेट नया रेट
मलका 5500 6400
काला चना 4900 5800
राजमा 7300 7900
माश 9000 8000
मूंग 9200 9800
Recent Comments