शहीद बालकृष्ण का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार |
News portals-सबकी खबर (कुल्लू )
जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए कुल्लू के गांव पुईद के सैनिक बालकृष्ण का सोमवार को ब्यास नदी के तट पर भूतनाथ श्मशानघाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इससे पहले सोमवार दोपहर को शहीद बालकृष्ण का पार्थिव शरीर हेलिकाप्टर से मनाली के निकट बाहंग स्थित सासे के हेलिपैड पर पहुंचाया गया। इस मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर मौजूद रहे तथा सेना के अधिकारियों के साथ शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पहुंचाया। शहीद बालकृष्ण भारतीय सेना में पैराट्रूपर थे। आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिक बालकृष्ण का पार्थिव शरीर जैसे ही कुल्लू पहुंचा, तो सारा जिला रो पड़ा। जिला कुल्लू ने युवा सैनिक खो दिया। जैसे ही पार्थिव शरीर हेलिकाप्टर से लाया जा रहा था, तो गमगीन परिवार के साथ पूरा कुल्लू आसमान की तरफ देखता रहा। पुलिस ने सुबह से ही गांव में डेरा डाल दिया था, ताकि यहां कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ज्यादा लोग एकत्रित न हो सके। उधर, शहीद हुए जवान बालकृष्ण के परिवार में पिता महेंद्र सिंह, माता इंदिरा देवी, दादा अनूप राम, दादी, बहन और भाई है। शहीद सैनिक का भाई भी सेना में है। जब आतंकी हमले के बाद छोटे भाई को मुठेभेड़ का पता चला, तो वह अपने भाई को संपर्क साधने लगा, लेकिन उसका फोन संपर्क में नहीं आया। इसके बाद सेना के अधिकारियोें को इसके बारे में बताया गया। बालकृष्ण बड़ा भाई था और उसका अभी तक विवाह भी नहीं हुआ था।
घुमारवीं उपमंडल की भराड़ी उपतहसील के हटवाड़ ग्राम पंचायत के तहत देहरा गांव के 43 वर्षीय सूबेदार संजीव कुमार जे एंड के में कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए। संजीव कुमार फोर पैरा कमांडो में थे और इन दिनों श्रीनगर के कुपवाड़ा में तैनात थे। आतंकी मुठभेड़ में उनकी शहादत की खबर मिलते ही परिवार व पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है। शहीद के शव को बिलासपुर स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया, जहां खड्ड किनारे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद सैनिक को उनके बेटे तनिष्क ने मुखाग्नि दी। शहीद परिवार से ताल्लुक रखने वाले देहरा गांव निवासी यशवंत सिंह ने बताया कि गत रविवार को सूचना आ गई थी कि संजीव कुमार आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं, लेकिन सोमवार सुबह संजीव के पिता ज्ञान चंद और माता कमला देवी को इस बारे सूचित किया गया। उन्होंने बताया कि संजीव कुमार 27 अगस्त, 1996 को फोर पैरा कमांडो में भर्ती हुए थे। संजीव माता-पिता के इकलौते बेटे थे। संजीव कुमार के शहीद होने की खबर मिलने से माता-पिता बेसुध हैं और संजीव की पत्नी सुजाता व बेटे सातवीं कक्षा के छात्र तनिष्क का भी रो रोकर बुरा हाल है। संजीव के शव को चौपर के जरिए लाया गया। चौपर ज्वालाजी के पास सपड़ी में लैंड किया गया, जहां से सड़क मार्ग से गाड़ी के माध्यम से शव को पैतृक गांव देहरा पहुंचाया गया। विधायक राजेंद्र गर्ग व उपमंडलाधिकारी नागरिक शशि पाल शर्मा, डीएसपी संजय शर्मा सहित स्थानीय लोगों ने वीर सैनिक को अंतिम विदाई दी।
मुख्यमंत्री ने जवानों के शहीद होने पर किया शोक व्यक्त
शिमला – मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में प्रदेश के कुल्लू जिले के पूईद गांव के निवासी 24 वर्षीय पैराट्रूपर बालकृष्ण तथा बिलासपुर जिले की हटवाड़ पंचायत के देहरा गांव निवासी 43 वर्षीय कमांडो सूबेदार संजीव कुमार के शहीद होने पर शोक व्यक्त किया है। जयराम ठाकुर ने ईश्वर से शहीद हुए जवानों की आत्मा को शांति प्रदान करने तथा शोक संतप्त परिवारों को इस दुखद घड़ी में शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
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