News portals-सबकी खबर (नई दिल्ली)
भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। देश में अब तक इसके कुल 8967 मामलों सामने आ चुके हैं। वहीं संक्रमण से मरने वालों की संख्या 297 पर पहुंच गई। हालांकि राहत भरी खबर यह भी है कि अभी तक कोरोना संक्रमित 1060 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने रविवार शाम को बताया कि देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 918 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इस दौरान इस संक्रमण के कारण 31 लोगों की मौत हो गई। देश में रविवार शाम तक स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुल 8447 मामलों की पुष्टि की है, जिनमें 71 विदेशी मरीज शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार शाम को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में अब तक 1982 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 149 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, तमिलनाडु और दिल्ली में मामले एक हजार के पार हो गए हैं। तेलंगाना, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 500 के पार मामले हैं। वहीं, गुजरात, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 400 के ऊपर मामले हैं। केरल, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक में कोरोना के तीन सौ के करीब केस दर्ज किए गए है।
80 फीसदी मामलों में कोरोना के सामान्य लक्षण, 20 फीसदी गंभीर
नई दिल्ली। देश में अभी तक कोरोना के 80 प्रतिशत मामले ऐसे हैं, जिनमें लक्षण बेहद सामान्य हैं। सिर्फ 20 प्रतिशत केस ही गंभीर लक्षण वाले हैं। स्वास्थ मंत्रालय ने यह जानकारी रविवार को दी। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अब तक आठ हजार से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसमें 1671 मरीज ही गंभीर हैं। मलतब रविवार को कोविड-19 अस्पताल में 1671 बैड की ही जरूरत है, लेकिन हमारे पास एक लाख पांच हजार 600 से अधिक बैड उपलब्ध हैं।
अब तक 186906 सैंपल की जांच, 4.3 प्रतिशत पॉजिटिव
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने रविवार को बताया कि रविवार तक 186906 सैंपल के कोरोना टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 4.3 फीसदी पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि इस परेशानी से पूरी दुनिया जूझ रही है। हमारा शुरू से प्रयास एडवांस एक्शन पर रहा है। हम तैयारियों के मामले में इस खतरनाक वायरस से एक कदम आगे चल रहे हैं। आप सभी इसमें सहयोग करें। देश हर स्थिति से लड़ने के लिए तैयार हैं। इस लड़ाई में सरकार के सभी अंग और प्राइवेट सेक्टर शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण आम लोगों का सहयोग है। बहुत जरूरी है कि हम सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें।
Recent Comments