News portals-सबकी खबर (शिमला )
हिमाचल में 12 मार्च को एक सैंपल के साथ शुरू हुई कोरोना की जंग के लिए अब 370 टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। प्रदेश में सैंपलिंग का यह दौर शुरू होने के बाद जितने टेस्ट पहले 19 दिन में नहीं हुए थे, उससे ज्यादा अब एक दिन में ही हो रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार ने सैंपल की संख्या किस गति से बढ़ाई है। राज्य में 20 अप्रैल तक तीन हजार से ज्यादा कारोना के टेस्ट किए गए हैं। इनमें 39 लोग कोविड-19 के संक्रमित पाए गए हैं।
इसके चलते यह स्पष्ट संकेत मिले हैं कि हिमाचल में दूसरे राज्य के मुकाबले परिस्थितियां पूरी तरह नियंत्रण में हैं। हालांकि सैंपलिंग का सारा वर्कलोड टांडा मेडिकल कालेज के कंधों पर है। इन तीन हजार सैंपल में से दो हजार से ज्यादा सैंपलिंग टांडा में ही की गई है। यही कारण है कि अब राज्य सरकार ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर के सैंपल शिमला भेज रहे हैं। बहरहाल प्रदेश में कोरोना टेस्ट के अलावा अब रैपिड टेस्ट भी हो रहे हैं। प्रदेश में कोरोना सैंपल लेने की शुरुआत 12 मार्च को हुई थी।
बता दे की कांगड़ा में कोरोना का एक मामला पॉजिटिव आने के बाद हिमाचल का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया था, उसके बाद से हिमाचल में रोजाना कोरोना के टेस्ट लिए जा हैं, ताकि किसी भी तरह की कोई लापरवाही न हो सके। हालांकि कांगड़ा के टांडा मेडिकल कालेज में कोरोना के मरीजों का ज्यादा भार रहा। आईजीएमसी के मुताबिक टांडा में ज्यादा संख्या में कोरोना मरीजों के सैंपल टेस्ट लिए जा रहे हैं। आईजीएमसी पर अभी तक ज्यादा भार नहीं था, लेकिन अब सरकार ने फैसला लिया है कि टांडा का भार कम किया जाएगा और हमीरपुर, ऊना के सैंपल भी अब आईजीएमसी जाएंगे।
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