News portals-सबकी खबर (ऊना )
एचआरटीसी की तीन बसें कोटा से 55 छात्रों के दल को लेकर रविवार को ऊना पहुंची। प्रदेश सरकार की विशेष पहल पर कोटा में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को मैहतपुर प्रवेश द्वार से होते हुए ऊना लाया गया, जहां पर होटल माया व सुविधा पैलेस में बनाए गए बफर क्वारंटाइन सेंटर में इन बच्चों को रखा गया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इनका चैकअप किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी विद्यार्थियों के कोरोना टेस्ट भी किए जाएंगे। पूरी तरह से फिट पाए जाने पर ही उन्हें घर भेजा जाएगा। इसके बाद घरों पर भी उन्हें 14 दिन तक होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
बता दे की प्रदेश सरकार ने बाहरी प्रदेशों में पढ़ाई कर रहे लोगों को प्रदेश में लाने के लिए विशेष पहल की है। इसी के तहत कोटा में पिछले एक माह से फंसे 55 विद्यार्थियों को लाने के लिए परवाणू डिपो की तीन बसें भेजी गई थीं। ये बसें रविवार सुबह 55 बच्चों को लेकर ऊना पहुंची। जहां प्रशासनिक, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की देखरेख में इन्हें माया होटल व सुविधा पैलेस में बनाए गए बफर क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन सभी 55 विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। पूरी तरह से फिट पाए जाने पर ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के तहत घर भेजा जाएगा। घर पहुंचकर भी उन्हें 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहना पडे़गा। इस मौके पर एसडीएम ऊना डा. सुरेश जसवाल, तहसीलदार विजय राय, नायब तहसीलदार कुलदीप धीमान सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व पुलिस अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे। एसडीएम ऊना डा. सुरेश जसवाल ने कहा कि रविवार को कोटा से 55 विद्यार्थियों का दल तीन एचआरटीसी की बसों के जरिए ऊना पहुंचा है। यहां उन्हें माया होटल व सुविधा पैलेस में बनाए गए बफर क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। सीएमओ ऊना डा. रमन कुमार ने कहा कि कोटा से ऊना पहुंचे 55 विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। इसके बाद ही आगामी कदम उठाए जाएंगे।
परवाणू पहुंचते ही सभी छात्रों की सेहत जांची
परवाणू – कोटा राजस्थान में कोचिंग ले रहे हिमाचली मूल के छात्रों को वापस लाने के लिए प्रदेश सरकार के कदम के तहत रविवार को 37 छात्रों व अभिभावकों को लेकर हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें परवाणू पहुंची। इन सभी को एहतिहातन परवाणू में शिवालिक गेस्ट हाउस में रखा गया है। इन सभी की जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है। इसकी पुष्टि आरएम एचआरटीसी परवाणू संजीव बिष्ट ने की है । ज्ञात हो कि ये छात्र प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारियों के लिए कोचिंग लेने कोटा राजस्थान गए थे। इस दौरान पूरे देश मे लॉकडाउन होने के चलते वे वहां फंस गए थे और भारी परेशानी का सामना करने को मजबूर हो रहे थे। इन लोगों के वापस न पहुंच पाने से उनके अभिभावक परेशानी में थे। अभिभावकों ने अपने बच्चों को वापस लाने के लिए प्रदेश सरकार से काफी समय से गुहार लगा रहे थे। इस पर प्रदेश सरकार पर उनके बच्चो को राजस्थान के कोटा से लाने के दवाब के तहत प्रदेश सरकार ने बसों को भेजा था।
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