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केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री (एचआरडी) रमेश पोखरियाल निशंक ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों और स्कूल शिक्षा विभाग के सचिवों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस की अध्यक्षता की, जिसमें कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में शिक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। रमेश पोखरियाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पूरे देश को कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है, जिससे शिक्षा क्षेत्र के लिए विभिन्न चुनौतियां सामने आई हैं। एचआरडी मंत्रालय विद्यार्थियों शिक्षित करने के लिए आॅनलाईन शिक्षा प्रणाली लागू कर रहा है। एनसीईआरटी द्वारा लाॅकडाउन के कारण समय की हानि को देखते हुए संशोधित वार्षिक कैलैंडर विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी मिड-डे मील योजना जारी रखी गई है। दूरदर्शन 33 चैनलों पर डीटीएच सेवाओं के साथ विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध करवा रहा है।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने केंद्रीय मंत्री को केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों पर आधारित प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दूरदर्शन हिमाचल और इंटरनेट के माध्यम से डिस्टेंस लर्निंग की पहल की जा रही है। अब डीडी हिमाचल एयरटेल डीटीएच के चैनल नंबर 406 पर भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रारम्भिक कक्षाओं के 66 प्रतिशत विद्यार्थी और उच्च कक्षाओं के लिए 72 प्रतिशत विद्यार्थी, डिस्टेंस लर्निंग इनिशिएटिव का लाभ उठा रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आकाशवाणी के माध्यम से अधिकतम विद्यार्थियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा की सभी परीक्षाएं करवा दी हैं और 12वीं कक्षा के कुछ बचे हुए शेष विषयों की परीक्षाओं के लिए योजना तैयार की जा रही है। विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें वितरित कर दी गई हैं तथा मिड-डे मील भी वितरित किया जा रहा है। राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र में लाॅकडाउन के उपरांत की रणनीति भी तैयार कर रही है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से प्रदेश में चार केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति देने का आग्रह किया। उन्होंने प्री-प्राईमरी कक्षाओ के लिए भी मिड-डे मील की सुविधा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री का कोविड-19 के दौरान प्रदेश को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। सचिव अक्षय सूद, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा रोहित जमवाल, निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. अमरजीत शर्मा और शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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