News portals-सबकी खबर (जेनेवा/नई दिल्ली)
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस ‘सार्स-कोव-2’ के प्रयोगशाला में बनाए जाने के सिद्धांतों को खारिज करते हुए कहा है कि वह इसके स्रोत का पता लगाएगा, ताकि दोबारा यह जानवरों से इरसानों में न आ सके। इस वायरस के कारण दुनिया भर में फैली महामारी पर अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन आपदा समिति की रिपोर्ट जारी की गई। समिति ने इस वायरस के स्रोत का पता लगाने की सिफारिश की है।
इस संबंध में पूछे जाने पर डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपदा कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डा. माइकल जे. रेयान ने कहा कि समिति की इस सिफारिश पर अमल किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कुछ वैज्ञानिकों के वायरस के प्रयोगशाला में बने होने के सिद्धांत को खारिज करते हुए कहा कि यह वायरस प्राकृतिक है।
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