News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
बाहरी राज्यों से हिमाचल में काम करने वाले हजारो प्रवासी मजदूर अभी भी यहाँ फंसे हुए है |ऐसा ही मामला जिला सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब में उत्तर प्रदेश और बिहार के 47 कामगार वीरवार को गोविंदघाट बैरियर पांवटा पर पहुंचे। ये सब पैदल ही अपने राज्यों में जाना चाहते थे। इनका कहना था कि 42 दिन से काम नहीं चल रहा और मानदेय भी नहीं मिला है। जितनी भी जमा पूंजी थी खर्च हो गई। अब उनके पास मकान का किराया और राशन के लिए पैसे नहीं हैं। इसलिए हर हाल में अब अपने घर जाना चाहते हैं।
बैरियर पर तैनात पुलिस टीम ने उन्हें रोक लिया। एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा के संज्ञान में मामला लाया गया। इसके बाद त्वरित कार्यवाही शुरू हो गई है। वही मजदूरों को बीडीओ कार्यालय से राशन किट उपलब्ध करवा दी गई हैं। इकाई प्रबंधन ने भी पिछला लंबित मानदेय और इकाई में काम देने का आश्वासन दिया है।
पांवटा की एक औद्योगिक इकाई में कार्यरत उत्तर प्रदेश और बिहार निवासी मजदूर लक्ष्मण, रामेश्वर, नरसिंह, सलमान, राहुल, पवन, नासिक और मुनासिब ने बताया कि सभी 47 कामगार बिहार और उत्तर प्रदेश से हैं। कुछ अरसे से पांवटा के गोंदपुर में एक इकाई में काम करते हैं। करीब डेढ़ माह से इकाई प्रबंधन ने कोई खेर खबर नहीं ली है। पिछले माह की सैलरी, मानदेय नहीं मिला है। जितनी जमा पूंजी थी अब खत्म हो चुकी है।
आर्थिक रूप से तंग हैं। खाने और मकान का किराया देने को पैसे नहीं हैं। मजबूरन अब पांवटा से पैदल ही इतनी दूर अपने घर बिहार और यूपी जाने का फैसला लिया है, लेकिन हिमाचल बैरियर पर गोविंदघाट पर तैनात मुख्य आरक्षी कृष्णा भंडारी की टीम ने रोक लिया।
उधर, एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही तुरंत इकाई प्रबंधन से बात हुई है। कंपनी इनको काम पर वापस लेने और लंबित मानदेय प्रदान करने को राजी हुई है। वही बीडीओ पांवटा साहिब को इन सभी कामगारों को उचित राशन किट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं। जहां पर विकासखंड अधिकारी गौरव धीमान ने तुरंत राशन किट कुछ कामगारों को दे दी है कुछ को कल उनके रूम जा कर दे दिया जाएगा |
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