News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
एक और कोरोना महामारी में जहाँ पूरा देश संकट से जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ पांवटा विकास खण्ड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भजोन के गाँव बाग आबड़ा गांव के लोगों को पिछले दो सालों से पीने के लिए शुद्ध पानी भी नही मिल पा रहा। लोगों को अपनी जान जोखिम में डाल कर पानी की दो बूंद नसीब हो रही है। यहां के ग्रामीण अपनी जान हथेली पर रख कर एक बहुत बड़ी ढांग के बीच में से पानी लाते हैं। लोगों ने विभाग को कई बार इस समस्या से अवगत करवाया परन्तु अभी तक लोगों को पीने का पानी नही मिल पाया है। हर बार विभाग कोई न कोई बहाना बनाकर समस्या को अनदेखा किया जाता है ।
जानकारी के अनुसार गिरिपार क्षेत्र के गांव बाग आबड़ा में गर्मियां शुरू होते ही पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है । जिसके कारण ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल पाता । भुजोंन पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव बाग आबड़ा के ग्रामीण कुलदीप ,बाबूराम, ताराचंद, राम सिंह, टीकाराम ने बताया कि वह पिछले 2 साल से पीने के पानी के लिए आईपीएच विभाग से गुहार लगाते आ रहे हैं, लेकिन पिछले 2 साल से उन्हें पीने का पानी की सुविधा नहीं मिल पाई है । जिसके कारण उन्हें गहरी ढंग में जाकर पानी पीने का पानी लाने को मजबूर है । उन्होंने बताया कि पानी की इस समस्या की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की गई है ,परंतु फिर भी कोई समाधान नहीं हो पाया । ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने इस समस्या को लेकर संबंधित जई को समस्या से अवगत करवाया तो जई ने बताया कि विभाग के पास ना तो पाइप है और ना ही समान और ना ही काम करने के लिए कोई लेबर है ।
आपको बता दें कि हर बरसात के समय में गांव बाग आवड़ा के इस ढांग में भारी भूस्खलन होता है ,जिससे इन्हें अपनी जान का भी खतरा रहता है । ऐसे में बरसात के समय मे उक्त जगह से पानी लाना ग्रमीणों के लिए किसी खतरे से कम नहीं है ।
उधर , सब डिविजन आईपीएच कफोटा के एसडीओ बुद्धि सिंह ने कहा कि उक्त गांव की पानी की कोई लिखित शिकायत अभी तक नहीं मिली है । संबंधित जई को मौके पर भेज दिया जाएगा ग्रामीणों के लिए पीने का पानी का हरसंभव कार्य किया जाएगा ताकि ग्रामीणों को पानी मिल सके ।
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