News portals-सबकी खबर (पालमपुर)
एक ऐसा परिवार जो कोरोना योद्धा की भूमिका निभाते हुए इस संकट की घड़ी में अपने कर्तव्य के प्रति पूरी निष्ठा निभाते हुए देश सेवा के कार्य में जुटा हुआ है। यह दंपत्ति अपनी 16 माह की बेटी को घर में छोड़कर कई घंटों तक जनता की सेवा में जुटा हुआ है। हालांकि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप अभी तक जारी है, लेकिन यह दंपत्ति अपने कार्य के प्रति पूरी तरह समर्पित है। जी हां! हम बात कर रहे हैं पालमपुर के डीएसपी अमित शर्मा के परिवार की, जिनकी धर्मपत्नी छवि नांटा भी एसडीएम हैं, वह बैजनाथ में कार्यरत हैं। पति-पत्नी सुबह ही अपने घर से निकलते हैं शाम तक घर पहुंचते हैं। पिछले दो माह से लॉकडाउन के दौरान यही दिनचर्या उनकी रही है।
इस दौरान नन्ही बेटी को उनकी दादी मां संभालती हैं। इस दंपत्ति को लॉकडाउन के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन इन्होंने कर्तव्य निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी को निभाया है। इन कोरोना योद्धाओं को समाज के हर वर्ग ने अपना सलाम किया है। पालमपुर में डीएसपी की भूमिका निभाते हुए अमित शर्मा के कंधों पर कानून व्यवस्था के साथ कोविड-19 के अंतर्गत कई जिम्मेदारियां सरकार व प्रसाशन द्वारा सौंपी गई हैं। कई थानों का कार्यभार भी उनके कंधों पर है, लेकिन ये पुलिस अधिकारी बिना शिकन के अपने कर्तव्य को लॉकडाउन के दौरान पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे हैं। बता दें कि अमित शर्मा व छवि नांटा शिमला जिला से ताल्लुक रखते हैं। सन 2013 में एचएएस की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद छवि नांटा ने किन्नौर, शिमला व अर्की में अपनी बेहतर सेवाएं दी हैं और अब बैजनाथ में एसडीएम के तौर पर सेवाएं दे रही हैं।
घबराएं नहीं, सावधानी बरतें
एसडीएम छवि नांटा कहती हैं कि जनता की समस्याएं निपटाना उनका पहला कर्त्तव्य है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि कोरोना से घबराने की नहीं, बल्कि सावधानी बरतें। कोरोना पेशेंट से किसी तरह से भेदभाव न करें। इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर में छोटी-छोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस सेंटर में गर्म पानी व चाय के लिए सभी मरीजों को अलग से इलेक्ट्रिक कैटल उपलब्ध करवाई गई हैं।
पंचायती राज संस्थान में इस वक्त 11 मरीज
बैजनाथ की एसडीएम छवि नांटा जहां प्रशासनिक कार्यों को बखूबी अंजाम दे रही हैं, वहीं बैजनाथ में इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर भी जिला प्रशासन द्वारा स्थापित किया गया है। उसका कार्यभार भी उनके कंधों पर है, जहां जिला भर के कोरोना पॉजिटिव मरीजों को उपचार हेतु रखा जा रहा है। पंचायती राज संस्थान बैजनाथ में स्थापित संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर को संचालित करना एक छोटी बच्ची की मां के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। हालांकि इस सेंटर की स्थापना को लेकर लोगों में विरोध के स्वर भी उठे थे, लेकिन एसडीएम बैजनाथ छवि नांटा ने अपने पूरे प्रयासों के साथ इस सेंटर को बैजनाथ में स्थापित ही नहीं किया, बल्कि वर्तमान में जिला कांगड़ा के 11 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज भी चल रहा है। इस सेंटर में स्वास्थ्य विभाग की टीम में नौ लोग शामिल हैं, जो इन मरीजों का उपचार कर रहे हैं।
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