News portals-सबकी खबर(पांवटा साहिब)
अमर शहीद सोहन सिंह के पैतृक गांव मानपुर देवड़ा स्थित शहीदी स्थल पर प्रातः 10:00 बजे भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र व परिवार तथा गांव के सदस्यों ने कोरोना महामारी के संकट की इस विकट घड़ी में भी प्रशासन से अनुमति लेकर, सरकार व प्रशासन द्वारा जारी कोरोना गाईडलाइन का पालन करते हुए अमर शहीद सोहन सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सभी लोग मास्क पहने थे तथा उपस्थित सभी लोगों ने व्यक्तिगत दूरी का ख्याल रखा।
आओ झुक कर सलाम करें उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है।
खुशनसीब होता है वो खून, जो देश के काम आता है।
उपरोक्त शब्दों के साथ संगठन के सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू ने शहीद सोहन सिंह सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। शहीद सिपाही सोहन सिंह 6वीं डोगरा रेजीमेंट मे तैनात थे। वह 2015 में वीं ऑपरेशन राइनो के अंतर्गत इफाजत – 1 के तहत मणिपुर में तैनात थे। 04 जून 2015 को सिपाही सोहन सिंह वीरगति को प्राप्त हुए। वर्तमान में शहीद सोहन सिंह के परिवार में उनकी माता रुकमणी व धर्मपत्नी रजनी देवी व अन्य सदस्य हैं। परिवार, गांव व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही सोहन सिंह के बलिदान पर गर्व है।
इस मौके पर माता श्रीमती रुकमणी व धर्मपत्नी रजनी देवी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उसके उपरांत राष्ट्रीयगान तदोपरांत उपस्थित सभी लोगों ने शहीद शेर सिंह के स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय व शहीद सोहन सिंह अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के अध्यक्ष विरेन्द्र चौहान ने उपस्थित सभी नौजवानों से राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात की। साथ ही शहीद परिवार के सदस्यों को शॉल भेंट की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
इस मौके पर शहीद सोहन सिंह के माता रुकमणी व धर्मपत्नी रजनी देवी, परिवार के सदस्य तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र से वीरेंद्र सिंह चौहान (अध्यक्ष), दर्शन सिंह (उपाध्यक्ष) नरेंद्र सिंह ठुंडू (सचिव), तरुण गुरुंग (कोषाध्यक्ष), तिलक स्वर्ण जीत सिंह व दिनेश कुमार (मीडिया प्रभारी), करनैल सिंह व राजेंद्र थापा (कौर कमेटी सदस्य), चमेल नेगी, नरेश कुमार, संतराम तथा अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।
‘शहीदों की चिताऔं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा,
Recent Comments