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मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार की अटकलों को मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि यह वक्त कोरोना संकट से लड़ने का है। इस कारण कैबिनेट विस्तार को लेकर किसी प्रकार की जल्दबाजी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केबिनेट में मंत्रियों के तीन पद खाली हुए हैं। यह मामला केंद्रीय हाईकमान के ध्यान में लाया गया है। लिहाजा हाईकमान से सिग्नल मिलने के तुरंत बाद कैबिनेट का विस्तार कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि सोशल मीडिया में कैबिनेट का विस्तार भी कर दिया गया है और पोर्टफोलियो भी बांट दिए हैं। उनका कहना था कि वास्तव में यह सब झूठ है और यह मामला अभी केंद्रीय हाईकमान के ही विचाराधीन है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में काफी समय से लटके मंत्रिमंडल विस्तार की अब सोशल मीडिया में भी खूब चर्चा हो रही है।
मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तार पर गुरुवार को स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान में प्रदेश सरकार की प्राथमिकता कोविड से निपटना है। उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर विचार किया जाएगा। सोशल मीडिया ने कांगड़ा से एकमात्र मंत्री सरवीण चौधरी को कैबिनेट से बाहर कर दिया है। बहरहाल सोशल मीडिया पर जारी हुए केबिनेट विस्तार के मैसेज में सभी मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया गया है। इसके तहत जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को लोक निर्माण विभाग का मंत्री बना दिया है। वीरेंद्र कंवर उद्योग और श्रम एवं रोजगार का प्रभार देने की चर्चा वायरल हो रही है। इसके अलावा राजीव सहजल को आईपीएच विभाग, राकेश पठानिया को खाद्य एवं शहरी विकास मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। बिक्रम जरयाल को पंचायतीराज मंत्री के साथ-साथ पशुपालन का भी पोर्टफोलियो दिया गया है। रामलाल मारकंडा को भी पशुपालन के साथ-साथ ट्राईबल व आईटी मंत्री बनाया गया है। नरेंद्र बरागटा को कृषि व बागबानी के साथ वन का पोर्टफोलियो दिया गया है। वन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर को जल शक्ति व खेल जबकि सुरेश भारद्वाज को शिक्षा के साथ तकनीकी विभाग दिया गया है। इसके अलावा विक्रम ठाकुर को परिवहन व ऊर्जा, कमलेश कुमारी को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री बनाया गया है।
सोशल मीडिया के मंत्री
सोशल मीडिया पर चंबा के भटियात से बिक्रम जरयाल, शिमला के कोटखाई से नरेंद्र बरागटा, हमीरपुर से कमलेश कुमारी और नुरपूर से राकेश पठानिया को मंत्री बनाया गया है। चौंकाने वाली बात है कि चौतरफा वायरल हुए इस मैसेज में पशुपालन विभाग दो मंत्रियों बिक्रम जरयाल और डा. रामलाल मारकंडा को सौंपे गए हैं।
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