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November 23, 2024

नहीं रहे समाजसेवी 84 वर्षीय ज्ञानचंद गोयल

News portals-सबकी खबर(पांवटा साहिब)

पांवटा साहिब के चर्चित व उद्योगपति ओर समाजसेवी (84) वर्षीय ज्ञानचंद गोयल का रविवार शाम को देहांत हुआ है । बताया जा रहा है कि ज्ञानचंद गोयल काफी समय से बीमार चल रहे थे ,जिनका इलाज घर पर ही किया जा रहा था लेकिन रविवार शाम को ज्ञानचंद गोयल की तबियत अधिक बिगड़ गई जिसके बाद उनका देहांत हो गया । वही शाम को अंतिम संस्कार भी किया गया ।


बता दे कि 10 मार्च 1938 को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जन्मे ज्ञान चंद गोयल ने हिमाचल प्रदेश के ही रामपुर बुशहर में शिक्षा दीक्षा हासिल करने के बाद दुकान के साथ अपने व्यवसायिक जीवन की शुरुवात की। उन्होंने जिंदगी में संघर्ष के कई दौर देखे लेकिन कभी हार नहीं मानी।1981 में इंटरनेशनल सिलेंडर की नींव रखने के बाद व्यवसायिक जीवन में बड़ा मुकाम हासिल किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके मार्गदर्शन में तिरुपति समूह ने आकाश की बुलंदी हासिल की।

कारोबारी जीवन में भी वे जरूरतमंदों के लिए कुछ न कुछ करने के रास्ते तलाशते रहते थे। जानकार बताते हैं कि इंटरनैशनल सिलेंडर में गरीब मजदूरों के लिए लागत मूल्यों से भी कम दरों पर तीनों समय का भोजन उपलब्ध रहता था।उनके द्वारा पांवटा साहिब में किए गए परमार्थ कार्यों की सूची लंबी है लेकिन ज्ञान चंद गोयल परमार्थ धर्मशाला से कोई अपरिचित नहीं है। उन्होंने शहर के मध्य विशाल भूखंड पर बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन व धर्मशाला का निर्माण कर जरूरत मंदो के लिए आवश्यक कार्यक्रमों हेतू सुलभ साधन उपलब्ध करवा दिया।

शहर के लोग तब स्तब्ध रह गए जब बीती शाम उनको अचानक ज्ञान चंद गोयल के निधन की सूचना मिली। कोरोना महामारी के चलते उनका अंतिम संस्कार शाम छ: बजे ही पांवटा साहिब के स्वर्गधाम में किया कर दिया गया। जिससे शहर के अनेकों लोग उनको अंतिम श्रद्धांजलि देने से वंचित रह गए। उनके पुत्र अरुण गोयल ने उन्हें मुखाग्नी दी।
इस दौरान नाहन के विधायक डॉ राजीव बिंदल, पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी, पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग, हिप्र चैंबर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्री के अध्यक्ष सतीश गोयल, पांवटा प्रेस क्लब के अध्यक्ष आरपी तिवारी, व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिंद्र सिंह, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष संजय सिंघल, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा आदि राजनेताओं व समाजसेवियों ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।

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