संगड़ाह में 4200 हेक्टेयर भूमि पर उगाई जाती है खाद्यान्न फसल
News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
सिरमौर जिला के किसान इन दिनों मक्की की बिजाई में व्यस्त हैं। जिला में इस बार समय पर हुई बारिश के चलते मक्की की बेहतर पैदावार की उम्मीद है तथा उक्त फसल की बिजाई का कार्य अंतिम दौर में है। गत सप्ताह से जिला के विभिन्न हिस्सों में बार बार हो रही बारिश को मक्की व खरीफ की अन्य फसलों के लिए बेहतरीन समझी जा रही है।
किसानों के अनुसार इस बार समय पर हुई बारिश से मक्की के बेहतर उत्पादन की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक जिला में कुल 19000 हेक्टेयर के करीब भूमि पर मक्की की फसल उगाई जाती है तथा इस फसल की सबसे ज्यादा खेती विकास खंड संगड़ाह में की जाती है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को मक्का का उन्नत बीज भी उपलब्ध करवाया गया। कृषि विकास खंड की 41 पंचायतों में सरकारी आंकड़ों के अनुसार लगभग 4200 हेक्टेयर भूमि पर मक्की उगाई जाती है, हालांकि पिछले तीन दशकों से क्षेत्रवासी नकदी फसलें टमाटर, मटर, अदरक व बेमौसमी सब्जियों की खेती पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। विभिन्न क्षेत्रों में बंदरों के आतंक के चलते भी मक्की का बिजाई का एरिया साल दर साल कम होता जा रहा है।
संबंधित विभागों के आंकड़ों में पिछले दशक से मक्की की खेती के क्षेत्र में खास अंतर नहीं आया। धूप खिलने से पहले ही किसान मक्की की बिजाई के लिए खेतों में पहुंच जाते हैं तथा कुछ किसान बिजाई का कार्य लगभग पूरा कर चुके हैं। जिला का मक्का उत्पादन वाला अधिकतर क्षेत्र पहाड़ी इलाका होने के चलते किसान बैल अथवा पारंपरिक ढंग से फसल की बिजाई करते हैं। इन दिनों सुबह होते ही इलाके में हल जोत रहे किसानों की आवाजें सुनाई देने लगती है। बहरहाल समय पर बारिश होने से इस बार जिला में मक्की के बेहतर उत्पादन की उम्मीद से किसान खुश है तथा बिजाई का दौर जारी है।
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