Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

शारीरिक शोषितों की शिक्षा निर्बाध रूप से चलती रहे, जिला स्तरीय बोर्ड करे सुनिश्चित- प्रियंका वर्मा

News portals-सबकी खबर (नाहन )

जिला स्तरीय बोर्ड सुनिश्चित करें की शारीरिक शोषितों की शिक्षा निरन्तर निर्बाध रूप से चलती रहे। यह निर्देश अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर  प्रियंका वर्मा ने उपायुक्त कार्यालय के सभागार में महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय आपराधिक क्षति राहत और पुनर्वास बोर्ड व जिला बाल संरक्षण समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।


उन्होंने  बताया कि बैठक में जिला सिरमौर की तीन  शारीरिक शोषण पीडित लड़कियों को वितीय सहायता के रूप में 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक  7500 रूपये प्रतिमाह देने का निर्णय बोर्ड द्वारा लिया गया है। इसके अतिरिक्त पीडितों की आयु जब 16 वर्ष पूर्ण हो जायेगी, तो तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा पीडितों को कौशल विकास से सम्बन्धित कोर्स करवाने का प्रावधान भी किया जाएगा। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि पोक्सो एक्ट के तहत  दर्ज होने वाले केस की जानकारी 72 घण्टों के अन्दर विभाग को देना सुनिश्चित करें।
उन्होंने  बताया कि जिला सिरमौर में  विभाग द्वारा फोस्टर केयर योजना के अतंर्गत वर्तमान में  73 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है जिनके लिए सरकार हर 6 महीने में 855828 राशि व्यय कर रही है। इसके अतिरिक्त इस बैठक मंे अनाथ बच्चों की संपति अधिग्रहण संबंधी पेश आ रही समस्याओं, दतक ग्रहण प्रक्रिया के बारे में  विस्तार से चर्चा की गई।


उन्होंने बताया कि बाल संरक्षण ईकाई द्वारा जिला में 9 जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य बाल विवाह को रोकना, लेंगिक उत्पीडन, बाल मज़दूरी  भिक्षावृति संलिप्त बच्चों को काउसलिंग व चिहिन्त कर समाज की मुख्य धारा में  लाना है।  बैठक मे जिला बाल सरक्षण कार्यालय, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाइन सिरमौर व बाल गृह आदर्श बाल निकेतन, के कार्यों की समीक्षा की गई।
इस बैठक में जिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी राजेन्द्र नेगी ने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए सभी  को क्रमवार प्रस्तुत किया।


बैठक मे उप-जिला परिषद अध्यक्ष  मुख्य चिकित्सा अधीकारी डा. के के पराशर, जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा, अधीक्षक पुलिस परम देव ठाकुर, सिविल जज गीतिका कपिला, सदस्य नीति अगरवाल, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी मोहम्म्द शमीम, संरक्षण अधिकारी सोहन सिंह,  चाइल्ड लाइन समन्वयक सुमित्रा शर्मा, सदस्य बाल कल्याण समिति नसीम दीदान व सपना सोलंकी, दया राम ठाकुर ने भाग लिया।

Read Previous

सिरमौर के लिए राहत भरी खबर, सात लोग हुए कोरोना मुक्त -उपायुक्त

Read Next

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जाना कोरोना महामारी काल में प्रभावित होटल उद्योग का हाल

error: Content is protected !!