News portals-सबकी खबर (बीजिंग)
पूरी दुनिया जहां इस समय कोरोना वायरस को नियंत्रित करने में जुटी हुई है, वहीं चीन में एक और जानलेवा वायरस ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। एक कीड़े टिक के काटने से वहां नया वायरस फैल रहा है, जिससे अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। टिक-जनित वायरस के कारण थ्रोंबोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (एसएफटीएस) के साथ गंभीर बुखार ने चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता को बढ़ा दिया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक बड़ी संख्या में पूर्वी चीन के जियांग्सू और अनहुई प्रांतों में इस वायरस से लोग संक्रमित हुए हैं।
शोधकर्ताओं की टीम ने समान लक्षणों वाले लोगों के एक समूह से प्राप्त रक्त के नमूनों की जांच करके वायरस की पहचान की थी एक रिपोर्ट के अनुसार वायरस संक्रमित लोगों में 30 फीसदी मरीजों की मौत हो सकती है. रोग नियंत्रण और रोकथाम के लिए चीन के सूचना प्रणाली के अनुसार, वर्तमान मामले में मृत्यु दर लगभग 16 से 30 प्रतिशत के बीच ह। यह वायरस टिक नाम के कीड़े के काटने की वजह से मनुष्यों में फैल रहा है. चीनी वायरस विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस के मानव-से-मानव संक्रमण को खारिज नहीं किया जा सकता है।
सार्स कोव-2 के विपरीत, यह पहली बार नहीं है जब सेफ्ट वायरस ने लोगों को संक्त्रमित किया है। हालिया मामलों की स्थिति केवल बीमारी के फिर से उभरने का प्रतीक है। थ्रोंबोसाइटोपेनिया सिंड्रोम वायरस (एसएफटीएसवी) के साथ गंभीर बुखार इस वायरस से संबंधित है और टिक काटने के बाद यह उससे मनुष्यों में पहुंच रहा है।
वायरस की पहचान सबसे पहले चीन में शोधकर्ताओं की एक टीम ने एक दशक पहले की थी। 2009 में हुबेई और हेनान प्रांतों के ग्रामीण क्षेत्रों में पहले ऐसे कुछ मामले सामने आए थे। 2011 में चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, बीमारी की शुरुआत अवधि सात और 13 दिन के बीच कभी भी हो सकती है। वायरस से पीडि़त रोगियों को आमतौर पर कई लक्षण नजर आते हैं।
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