News portals-सबकी खबर (शिलाई)
कोरोनाकाल में सरकार ने जहां सरकारी योजनाओं अधिक सहुलियत व सस्ते मूल्य में प्रदान कर रही है। वहीं, रोगी कल्याण स्मिति शिलाई कटघरे में खड़ी हो गई है। विभिन्न टेस्ट रिपोटों में रेट बढ़ाने से सीधा आम जनता जेब पर बोझ पड़ गया है। बीते दिनों रोगी कल्याण समिति शिलाई की बैठक आयोजित हुई है। बैठक में सिविल अस्पताल में कम दरों पर होने वाले खून, मल व मूत्र इत्यादी पर लगभग 25 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी की गई है। टेस्टों की दर 20 से 25 फ़ीसदी बढ़ाए जाने पर क्षेत्र वासियों मे रोष है,
मूल्य सूची में आरएफटी टेस्ट दर 150 रुपए से बढ़ाकर 180 रुपए, ब्लडशुगर 50 से 60, यूरिन एबीआई, शुगर व एमई 50 से 70, एलएफटी 200 से 220 लिपिड प्रोफाइल 300 से 360, बिडाल 70 से 100 तथा आरए फैक्टर टेस्ट दर 80 से 100 रुपए कर दी गई है। क्षेत्र के युवा गुमान सिंह, कल्याण सिंह, सुंदर सिंह, रतन सिंह, तोताराम, विद्या देवी गुमानी देवी, रुकमणी देवी सहित क्षेत्र वासियों ने रोगी कल्याण समिति पर मनमर्जी के आरोप लगाते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण जेसी आपातकाल स्तिथि में टेस्ट दरें बढ़ाना तर्कसंगत नहीं है। देश, प्रदेश सहित समूचा क्षेत्र आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। क्षेत्र मे व्यापार सब ठप पड़ा है।
क्षेत्रवासियों की मांग हे की रोगी कल्याण समिति से मांग की है कि टेस्ट दरों में की गई बढ़ोतरी को वापस लिया जाए तथा पहले की सूची से भी दाम कम कर दिए जाए, ताकि आर्थिक मंदी से जूझ रहे क्षेत्र के किसानों और मजदूरों को राहत मिल सके। सिविल अस्पताल शिलाई रोगी कल्याण समिति चेयरमैन व उपमंडलाधिकारी हर्ष हरविंदर सिंह ने सिविल अस्पताल में होने वाले टेस्टों की दरों में बढ़ोतरी की गई है। इसे स्थानीय विधायक हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में सभी सदस्यों ने पारित किया है।
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