News portals-सबकी खबर (शिमला )
हिमाचल सरकार ने आयुर्वेद विभाग का नाम बदलकर अब आयुष विभाग रख दिया है। शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला हुआ। ऐसा करने से अब 6 आर्यर्वेदिक पद्धतियां योग और नैचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी एक छत के नीचे आ गई हैं। अभी तक आयुर्वेद विभाग नाम से पद्धतियां ऐसे ही चल रही थीं।
केंद्र में भी आयुष मंत्रालय नाम है। प्रदेश में आयुर्वेद विभाग के गठन के 34 वर्षों के बाद नाम बदला गया है। मंत्रिमंडल ने आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र को आयुष स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्रों के रूप में स्तरोन्नत करने को निदेशक आयुर्वेद और भारत सरकार के उपक्रम मैसर्ज एचएलएल लाइफ केयर लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करने को स्वीकृति दी।
ऐसे 140 केंद्र अधिसूचित किए जा चुके हैं और 2024 तक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए पंद्रह लाख प्रति केंद्र खर्च किया जाएगा। नई सुविधाओं को शामिल करने के साथ उपकरणों को स्थापित किया जाएगा। एचएलएल लाइफ केयर लिमिटेड आधारभूत ढांचा तैयार करने के साथ उपकरणों को स्थापित करेगी।
हिमाचल अब पंचकर्मा में केरल को मात देगा। प्रशिक्षित पंचकर्मा के तहत प्रशिक्षित मैस्योर यानी मालिश करने वाले रखे जाएंगे। इसका प्रदेश में अलग से कैडर स्थापित किया गया है। 35 पदों को दैनिक भोगी आधार पर भरा जाएगा। प्रदेश में 24 आयुर्वेदिक अस्पताल हैं। इन्हीं में पंचकर्मा को इन्हें रखा जाएगा।
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