News portals-सबकी खबर (नाहन )
उत्तर भारत की प्रमुख शक्तिपीठ त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर में चल रहे शारदीय नवरात्र पर्व के चौथे नवरात्र को हिमाचल के साथ-साथ पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तराखंड, चंडीगढ़, दिल्ली व पंजाब जैसे राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु माता बालासुंदरी के द्वार पहुंचे।
श्रद्धालुओं की भीड़ में सबसे रोचक बात यह आ रही है कि श्रद्धालु बच्चों व बुजुर्गों को मंदिर के बाहर तक तो साथ ला रहे हैं, परंतु मंदिर कैंपस में 10 साल से कम आयु वर्ग के बच्चे व 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वृद्धों को जाने की अनुमति नहीं है। चौथे नवरात्र मंगलवार को हिमाचल के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों से करीब तीन हजार श्रद्धालु माता बालासुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर के मंदिर माता का आशीर्वाद लेने पहुंचे। जिला प्रशासन द्वारा सरकार द्वारा तय एसओपी के तहत मंदिर कैंपस में विशेष व्यवस्था की गई है। माता बालासुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें मंदिर के बाहर लगनी शुरू हो गई थी तथा कतारों में सामाजिक दूरी के साथ श्रद्धालुओं को मंदिर कैंपस में तमाम निर्धारित नियमों का पालन करने के बाद मंदिर कैंपस में जाने की अनुमति दी जा रही थी।
भले ही कुछ वृद्ध व बच्चे मंदिर के कैंपस में बाहर तक पहुंचे हुए थे, परंतु जब प्रशासन व मंदिर के सुरक्षा कर्मियों द्वारा उन्हें नियमों के बारे में अवगत करवाया गया तो कुछ लोग मंदिर कैंपस के बाहर ही बैठकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करने लगे। इसके अलावा जिला सिरमौर के विभिन्न हिस्सों जिसमें हरिपुरधार स्थित माता भंगायणी मंदिर, नाहन स्थित ऐतिहासिक कालीस्थान मंदिर के अलावा पांवटा साहिब, शिलाई, राजगढ़ आदि तमाम जिला भर के मंदिरों में भी मंगलवार को चौथे नवरात्र पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। जिला प्रशासन द्वारा जहां त्रिलोकपुर मंदिर में विशेष व्यवस्था सुरक्षा की गई है। वहीं अन्य मंदिरों में भी स्थानीय मंदिर समितियों द्वारा सुरक्षा की व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। त्रिलोकपुर मंदिर में जिला पुलिस के अलावा होमगार्ड जवान, मंदिर के सुरक्षा गार्ड विशेषतौर पर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा मंदिर कैंपस में क्लोज सर्किट कैमरे की विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर में श्रद्धालुओं को मास्क, सेनेटाइजर व थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था के बाद ही प्रवेश की इजाजत दी जा रही है।
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