News portals-सबकी खबर (शिलाई )
सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के अंतर्गत कई पंचायतों में शनिवार के दिन पारंपरिक अंदाज में भराड़ी पूजन व हुशु कहलाने वाली मशालों को जलाकर आठों पर्व मनाया गया। दीपावली से तीन सप्ताह पहले दुर्गा अष्टमी के दिन मनाया जाने वाला यह आठों पर्व रोनहाट के साथ लगती पंचायतों में मनाया गया। यह पर्व रोनहाट के अधीन पंचायत शंखोली, नैनीधार, द्राबिल, झकांडो, हलाहं, नाया पंजोड़, लोजा मानल, कोटीबौंच, पनोग, अजरोली, जरवा जुनेली, रास्त, शिरीक्यारी आदि पंचायतों में विशेष रूप से मनाया गया है।
बता दे कि आठों अथवा दुर्गा अष्टमी के दिन से क्षेत्र में दीपावली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं तथा इसे दीपावली का पहला पड़ाव कहा जाता हह्यह्यै। आठों अथवा दुर्गा अष्टमी पर क्षेत्र नामक विशेष जंगली फूल के डमरू बनाकर इसका पूजन किया जाता है।
सिरमौर के हिमालय अथवा पहाड़ी जंगलों में घर से एक सदस्य जाकर सफेद रंग के फूल को बिना बोले व बिना कुछ खाए-पिए ही लेकर आता है। इनसे डमरूनुमा गुच्छे को मां गौरा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है तथा बाद में जल अथवा अग्नि में प्रवाहित किया जाता है।
Recent Comments