Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

मोबाइल का अधिक उपयोग करने वाले छात्र हो रहे डिप्रेशन का शिकार

News portals-सबकी खबर (शिमला)

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों में से 60 प्रतिशत छात्र ऐसे हैं, जिन्हें भूलने की समस्या हो गई है। इसके साथ ही डिप्रेशन का शिकार भी कई छात्र छोटी सी ही उम्र में होने लगे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा जिला उपनिदेशकों व शिक्षा अधिकारियों द्वारा करवाए गए सर्वे के दौरान खुलासा हुआ है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने अब अभिभावकों को अलर्ट जारी कर छात्रों को मोबाइल व सोशल मीडिया से दूर रखने को कहा है।

बता दें कि शिक्षा विभाग का यह सर्वे शिक्षकों से बातचीत करने के बाद व छात्रों से ली गई ऑनलाइन परीक्षा का आकलन कर किया गया है।साथ ही स्कूलों में पढ़ाने वाले कुछ शिक्षकों ने भी यह माना है कि क्लास रूम में भी छात्रों को पढ़ाया हुआ भी भूलने की आदत हो गई है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने सोशल मीडिया का छात्रों का बहुत बार इस्तेमाल करने पर चिंता जताई है। अगर छात्रों को सोशल मीडिया के ज्यादा प्रयोग से बचाया नहीं गया, तो ऐसे में दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

ऐसे में अब शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग हैल्थ वेलनेस के तहत छात्रों को सोशल मीडिया, मोबाइल फोन के दुष्प्रभाव व इससे होने वाली बीमारियों के बारे में बताया जाएगा।अब शिक्षा विभाग छोटे बच्चों द्वारा स्कूलों में मोबाइल इस्तेमाल करने से कौन-कौन सी बीमारियां जकड़ सकती हैं, इस पर शिक्षकों को भी जागरूक किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 400 स्कूलों के शिक्षकों को किशोरा अवस्था में होने वाले स्वास्थ्य परिवर्तन और मोबाइल से होने वाली बीमारियों पर अलग से काउंसिलिंग करवाई जाएगी।

यहीं नहीं, मोबाइल और इंटरनेट के प्रयोग को लेकर भी छात्रों को जागरूक किया जाएगा। मोबाइल और इंटरनेट का उपयोग कितना किया जाना चाहिए और वेबसाइट का प्रयोग करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए पहले चरण में 400 स्कूलों को शामिल किया जा रहा है और इन स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

Read Previous

मां यमुना की 9 फुट ऊंची प्रतिमा यमुनाघाट पर स्थापित होने से पर्यटन और धार्मिक स्थल को मिलेगा बड़ावा

Read Next

राज्य चुनाव आयोग 11 दिसंबर से पहले इन पंचायतों की वोटर लिस्ट करेगा फाइनल

error: Content is protected !!