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प्रदेश में चौथी और पांचवीं पास विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति चौथी और पांचवीं की मेरिट के आधार पर दी जाएगी। कोरोना के चलते इस बार विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति परीक्षा इस बार नहीं ली जाएगी। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने मंगलवार को अपने आवास पर लंबित कार्यों को निपटाते हुए यह जानकारी दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों में अनुबंध आधार पर सेवाएं प्रदान कर रहे 196 सहायक प्राध्यापकों और दो आचार्यों को तीन वर्ष का सेवाकाल पूर्ण होने पर नियमित करने का निर्णय लिया गया है।
साथ ही करीब 130 सहायक प्राध्यापकों के वेतन संशोधनों को भी सरकार की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई है, जो पिछले कई सालों से लंबित था। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के बढ़ते खतरों के बीच प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में अभी अवकाश घोषित किया गया है।
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