अब वैशाखी पर खुलेंगे मंदिर के द्वार
News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
जिला सिरमौर की सबसे उंची चुडधार पर्वत श्रृंखला पर गुरुवार को हुए इस मौसम के तीसरे हिमपात के बाद यहां मौजूद चुड़ेश्वर सेवा समिति के सभी पदाधिकारी अथवा सेवादार घर लौट चुके हैं। शनिवार से मंदिर के साथ-साथ सेवा समिति की यात्री सरांय में भी ताले लग चुके हैं। प्रदेश के प्रमुख आस्था स्थलों में शामिल शिरगुल महाराज मंदिर चूड़धार के पोल कहलाने वाले कपाट अब परम्परा के अनुसार अगले साल बैशाखी पर खुलेंगे, जबकि सेवा समिति द्वारा यहां मई माह में नियमित भंडारे की व्यवस्था की जाएगी।
यहां दो फुट से अधिक बर्फ होने व धूप खिलने से पर्वत श्रृंखला चांदी की तरह चमक रही है और यह नजारा आगामी अप्रेल माह तक रहेता है। दो दिन मौसम साफ रहने अथवा धुप खिलने के चलते रास्ते में बर्फ कम हुई तथा शनिवार को सेवादार अपने घरों की और निकले में कामयाब रहे। उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली चुडधार चोटी व हरिपुरधार, नौहराधार तथा गत्ताधार में जहां इस माह तीन बार हिमपात हुआ, वहीं निचले इलाकों में भी जमकर बारिश होने से किसानों ने राहत की सांस ली।
किसान लहसुन की गुड़ाई व अदरक निकालने में व्यस्त हो गए है। ऊपरी हिस्सों में बर्फबारी व मैदानी क्षेत्रों में बारिश से कड़ाके की ठंड हो गई है। विकेंड पर हालांकि क्षेत्र में काफी सैलानी पंहुच रहे हैं, मगर अब चुडधार की यात्रा बंद है। प्रशासन व सेवा समिति द्वारा चूड़धार यात्रा बंद किए जाने संबंधी सार्वजनिक सूचना पहले ही जारी की जा चुकी है।
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