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November 23, 2024

रात भर बर्फ़ से ढके चूड़धार के जंगल में फंसे हरियाणा के युवाओं को किया रेस्क्यू

मंदिर के कपाट बंद होने व यात्रा पर प्रतिबंध के बावजूद गए चूड़धार

एसडीएम संगड़ाह ने की अप्रैल तक चूड़धार न जाने की अपील

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)

दो फुट के करीब बर्फ व शुन्य डिग्री सेल्सियस से कम तापमान के बीच 28 घंटे तक चूड़धार के जंगल में फंसे हरियाणा के तीन युवकों को पुलिस प्रशासन द्वारा रेस्क्यू कर गुरुवार को घर भेजा गया। प्रशासन अथवा मंदिर कमेटी द्वारा गत माह भारी हिमपात के बाद चुडधार की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद बुधवार को करनाल, हरियाणा के तीन युवक राजन, अंकुश व रोनक कुमार चूड़धार की यात्रा पर निकले थे। जानकारी के अनुसार यह तीनों युवक बुधवार को हरिपुरधार के रास्ते से चुडधार के निकल पड़ें।

दिन भर चलने पर यह युवक तीसरी नामक स्थान पर पहुंचे मगर यहां से आगे रास्ता भटक गए। अन्धेरा होने पर यह तीनों युवक घबरा गए तथा पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर मदद की अपील की। डीएसपी संगड़ाह शक्ति सिंह ने बताया कि, 112 हेल्पलाइन से सूचना मिलते ही उनके नंबर पर संपर्क कर उन्हें तीसरी के पास वन विभाग के शेड में रुकने को कहा गया। तरांह नामक स्थान पर जिस होटल में वह ठहरे थे, वहां से लोगों को उनकी मदद के लिए चूड़धार भेजा गया। रात करीब 12 बजे स्थानीय लोगों की मदद से वह जंगल में मिल गए। वहां से इन्हें सुरक्षित तरांह पहुंचाया गया। तरांह पहुंचने पर सबसे पहले इन्हें खाना खिलाया व गर्म गर्म पानी नहाने को दिया घरेलू इलाज कर सुला दिया।

यदि रात भर भी यह लडके जंगल में रहते तो निसंदेह ठंड व भूख से इनकी जान जा सकती थी। चूड़धार में इन दिनों समूचा जंगल बर्फ से लकदक है यह युवक जंगल में ठंड से कांपते रहे। तलाश पर निकले व्यक्तियों को इन्होने बताया कि, हम रास्ता भटकते ही व ज्यादा अन्धेरा होने पर डर गए। कईं जगह फिसलन वाले रास्तों में गिर गए बड़े मुश्किल से जंगलो में टहनियां पकड़ पकड़ कर नीचे मुख्य रास्ते तक पहुंचे। एसडीएम संगड़ाह डॉ विक्रम नेगी ने यात्रियों से मंदिर के कपाट न खुलने तक चूड़धार न जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि, संबंधित अधिकारियों द्वारा चूड़धार के रास्ते में कपाट बंद होने अथवा यात्रा पर प्रतिबंध होने संबंधी बोर्ड लगाए जा चुके हैं।

इस बारे स्थानीय राज्स्व अधिकारियों को लोगों से बैठक करने को भी कहा जा चुका है। यदि अब किसी ने कानून का उलंघन किया तो नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। परम्परा के अनुसार अगले साल बैशाखी पर मंदिर के कपाट खुलेंगे तथा तब तक चुडधार यात्रा पर प्रतिबंध रहेगा।

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