Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

हिमाचल के सभी सरकारी स्कूलों में शुरू की जाएंगी प्री प्राइमरी कक्षाएं :गोविंद ठाकुर

News portals-सबकी खबर (शिमला)

हिमाचल प्रदेश के  शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने  वीरवार को सचिवालय में समग्र शिक्षा अभियान की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। की  हिमाचल के सभी सरकारी स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू की जाएंगी। और कहा कि सरल भाषा में नर्सरी-केजी के बच्चों के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा।अगले साल से छठी कक्षा से विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा देने का प्रयास किया जाएगा। कोरोना संकट में विद्यार्थियों की शैक्षणिक गतिविधियां बाधित न हों, इस दिशा में कई प्रयास किए हैं।

अध्यापकों ने बच्चों को ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। महामारी के दौरान भी वर्ष  2020 -21 में प्रदेश के तीन हजार 840 विद्यालयों में 28 हजार 430 बच्चों ने प्री-प्राईमरी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है।उन्होंने कहा कि भविष्य में प्रदेश के लगभग सभी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। नए शैक्षणिक सत्र में प्री-प्राइमरी स्कूलों में बच्चों का पंजीकरण बढ़ाने को प्रयास किए जाएंगे।

मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी जिलों में तीन से चार वर्ष के बच्चों की पहचान कर उन्हें सूचीबद्ध करें। प्री-प्राइमरी के विद्यार्थियों के लिए नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा। बच्चों को सरल भाषा में शिक्षा दी जाएगी।प्रदेश में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही है। नई शिक्षा नीति में भी व्यावसायिक शिक्षा पर विशेष बल दिया गया है। अगले सत्र में छठी कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को विद्यालयों में व्यावसायिक प्रशिक्षण को और अधिक नवाचार आधारित बनाने के निर्देश दिए।

प्रदेश में बालिकाओं की शिक्षा और सशक्तीकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रदेश में 13 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की संख्या को और अधिक बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।

Read Previous

गौशाला में आग लगने से बंधे तीन मवेशी जले जिन्दा,डेढ़ लाख से अधिक का हुआ नुकसान

Read Next

हिमाचल किसान सभा सिरमौर इकाई ने किसानों के समर्थन में जिला मुख्यालय नाहन में धरना-प्रदर्शन

error: Content is protected !!