पुल टूटने के पश्चात विभागीय अम्ला सहित कार्य कर रही सम्बन्धित कंपनी सवालों के घेरे में
News portals-सबकी खबर (शिलाई)
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर जिला सिरमौर, शिमला के साथ उत्तराखण्ड प्रदेश को जोड़ने वाला फेडीज पुल पूर्ण होने से पहले धराशाही हो गया है पुल टूटने के पश्चात विभागीय अम्ला सहित कार्य कर रही सम्बन्धित कंपनी सवालों में घेरे में आ गई है।
जानकारी के मुताबिक शाल्वी नदी पर दशकों पहले बना पुल जर्जर व आवाजाही के लिए असुरक्षित हो रहा है, वाहनों की आवाजाही अधिक होने के कारण सुरक्षा के लिहाज से सरकार नए लोहे के पुल का निर्माण करवा रही थी लेकिन पुल अचानक गिर गया है जिससे क्षेत्र में आवाजाही प्रभावित होने की सूचना है।
क्षेत्रीय लोगो के पंकज, रोहित, कमलेश, बिशन सिंह, तपेन्द्र कुमार बताते है कि फेडीज पुल सिरमौर जिला के साथ जिला शिमला व उत्तराखण्ड प्रदेश को जोड़ता है नगदी सफलें व बागवानी फसलों को मंडी पहुचाने का यही मार्ग है नए बन रहे पुल में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था, निर्धारित रेशों से कम सामग्री का इस्तेमाल हो रहा था, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों ने कार्य कर रही टीम के साथ मिलकर भर्ष्टाचार किया है, गनीमत रही की विभाग की पोल पुल निर्माण पूर्ण होने से पहले खुल गई है वरना बड़ी दुर्घटना हो जाती, विभाग की घठिया व लापरवाह कार्यप्रणाली हिमाचल व उत्तराखण्ड प्रदेश के लोगो की जिंदगियों पर भारी पड़ रही है, ऐसा पहली बार नही हुआ है राष्ट्रीय राजमार्ग 707 जिला सिरमौर व शिमला में जर्जर हालात है जिसकी जिमेदारी लेने वाला कोई नही है।
केंन्द्र व प्रदेश सरकार को पुल में घटिया कार्य व सामग्री लगाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए तथा गुसखोर अधिकारियों, कर्मचारियों सहित कार्य कर रही टीम पर कार्यवाही करनी चाहिए।
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 मंडल नहान अधिशासी अभियंता अनिल कुमार शर्मा ने मामले पर बताया कि फेडीज पुल अधिक पुराना व जजर्र हो गया है इसलिए बेकल्पीक लोहे के पुल का निर्माण करवाया जा रहा है पुल के पेनल खुल जाने से पुल का एक हिस्सा नंदी में गिर गया है, पुराने पुल की जगह नया पुल न बनने तक बेकल्पीक लोहे पुल का इस्तेमाल किया जाना है पुल को फिर से बनाया जाएगा तथा पुल गिरने की स्थिति को जांचा जा रहा है।
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