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November 24, 2024

संगड़ाह में ओवरलोडेड ट्रक बने दनोई स्टील ब्रिज के लिए खतरा,अधिशासी अभियंता के 9 टन के आदेशों की सरेआम हो रही है अवहेलना

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)

उपमंडल संगड़ाह में ओवरलोडिंग न रूकने से एक ओर जहां सरेआम नियमों की अवहेलना हो रही है, वहीं दूसरी तरफ गत 8 दिसंबर को वेल्डिंग कर ठीक किए जा चुके दनोई स्टील ट्रस ब्रिज के फिर से टूटने का खतरा भी बरकरार है। अधिशासी अभियंता संगड़ाह द्वारा हालांकि गत सप्ताह पुल के दोनों तरफ यहां 9 टन से भारी वाहन न गुजरने संबंधी आदेश अथवा बोर्ड लगाए जा चुके हैं, मगर यहां तैनात दो पुलिसकर्मियों के हटने के बाद से ओवरलोडेड अथवा 20 टन तक के ट्रक इस पुल के ऊपर से धड़ल्ले से निकल रहे हैं।

संगड़ाह-रेणुकाजी-नहान मार्ग क्षतिग्रस्त हुए दनोई स्टील ब्रिज के वर्टिकल पोस्ट गार्डर को लोक निर्माण विभाग द्वारा फिलहाल वैल्डिंग कर ठीक किया जा चुका है, मगर अधिशासी अभियंता के अनुसार यह केवल 9 टन भार झेल सकेगा। 47 साल पुराने इस पुल के 1998 के बाद दूसरी बार क्षतिग्रस्त होने का मुख्य कारण इससे होकर गुजरने वाले ओवरलोडेड लाइमस्टोन तथा रेत-बजरी के ट्रक बताए जा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के अनुसार हालांकि उक्त पुल बसों तथा सरकार व अदालत द्वारा निर्धारित 9 टन वजनी ट्रकों का भार वहन कर सकेगा, मगर यदि इसे भारी अथवा ओवरलोडेड वाहन चले तो यह दोबारा क्षतिग्रस्त हो सकता है।

इससे पूर्व वर्ष 1998 में भी 1973 में बना उक्त पुल क्षतिग्रस्त हो गया था तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा उस दौरान भी ओवरलोडेड ट्रक इस पुल के क्षतिग्रस्त होने कारण बताए गए थे। गौरतलब है कि, उपमंडल संगड़ाह में चल रही पांच चूना खदानों से आए दिन ओवरलोडेड ट्रक इस पुल से होकर गुजर रहे हैं। विडंबना यह है कि, पिछले 22 साल से यहां न तो पुलिस, प्रशासन सरकार व विभाग द्वारा ओवरलोडिंग रोकने के उपाय किए गए और न ही नया पुल बनाए जाने की डीपीआर तैयार की गई। डीएसपी संगड़ाह शक्ति सिंह ने कहा कि, उपमंडल संगड़ाह में कहीं भी सरकारी वेट ब्रिज न होने के चलते यहां ओवरलोडेड ट्रकों के चालान नहीं किए जाते हैं।

जिला खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज के अनुसार संगड़ाह के लिए गत वर्ष माइनिंग चैक पोस्ट व वेट ब्रिज को स्वीकृति मिली है, मगर जमीन की व्यवस्था होना शेष है। यदि उक्त पुल टूटता है, तो नया पुल बनने तक उपमंडल संगड़ाह व चौपाल की करीब डेढ़ लाख की आबादी का संपर्क जिला मुख्यालय नाहन, पांवटा, दिल्ली व चंडीगढ़ आदि से कट जाएगा। क्षेत्रवासियों ने यहां नया पुल बनाए जाने तक ओवरलोडिंग रोके जाने के ठोस उपाय न होने के लिए प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई।

विकास खंड संगड़ाह के अंतर्गत आने वाला यह पुल पिछले करीब चार साल से नागरिक उपमंडल नाहन के अधिकार क्षेत्र में आता है तथा एसडीएम नाहन अथवा उपायुक्त सिरमौर द्वारा इसे असुरक्षित घोषित न किए जाने के चलते संबंधित अधिकारियों ने यहां तैनात पुलिसकर्मियों को आज से हटा दिया है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने बताया कि, रिपेयर हो चुके इस स्टील ट्रस ब्रिज पर यदि 9 टन से भारी वजन के वाहन गुजरते हैं, तो यह फिर से क्षतिग्रस्त हो सकता है।

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