News portals-सबकी खबर (शिलाई )
सिरमौर के शिलाई विकास खंड के अंतर्गत प्रदेश सरकार द्वारा घोषित ईको विलेज देवथल की पहाडि़यां भी बर्फ से ढक गई हैं। बर्फबारी से देवथल गांव के उपरले क्षेत्रों व भगवान परशुराम ताल का दृश्य बेहद ही आकर्षक हो गया है। यही नहीं देवथल के साथ चांदपुर की पहाडि़यों पर भी हल्की बर्फबारी से पर्यटक देवथल व चांदपुर की ओर पहुंचने शुरू हो गए हैं। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिलाई विकास खंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत लोजा मानल के गांव देवथल को ईको विलेज घोषित किया गया है।ईको विलेज के तहत देवथल गांव में लाखों रुपए की राशि सरकार द्वारा खर्च की जानी है। भले ही कोरोना के चलते ईको विलेज को विकसित करने की मुहिम फिलहाल शुरू नहीं हो पाई है, परंतु देवथल गांव का बेहद ही प्राकृतिक छटा प्रस्तुत करने वाला दृश्य बर्बस ही पर्यटकों व लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
बता दे कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 10 ईको विलेज घोषित किए गए हैं। इनमें जिला सिरमौर के शिलाई विकास खंड का गांव देवथल भी शामिल है। देवथल निवासी मनोज शर्मा, मदन शर्मा, चतर शर्मा, राजू तोमर, टीका राम, बंसी राम, अतर ठाकुर आदि ने बताया कि पहाड़ों में हुई बर्फबारी के दौरान देवथल की पहाडि़यां भी बर्फ से सफेद हो गई हैं। स्थानीय लोगों व किसानों का कहना है कि क्षेत्र में बर्फबारी से शीतलहर का प्रकोप है तथा पारा शून्य से नीचे लुढ़क गया है। इसके अलावा लोगों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है।
जानकारी के मुताबिक शिलाई क्षेत्र के सुंदराड़ी, देवथल, चांदपुरधार आदि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात से बागबानों के चेहरे खिले हुए हैं। बागबानों का कहना है कि यह बर्फबारी फलदार पौधों जिसमें आड़ू, प्लम, नाशपाती आदि शामिल है के लिए महत्त्वपूर्ण है। साथ ही गेहूं, चना, लहसुन, प्याज आदि के लिए भी यह बर्फबारी लाभदायक है |
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