Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

खाली पदों को न भरे जाने से छात्रों में रोष

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)

राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह में खाली पड़े प्राध्यापकों के 50 फ़ीसदी के करीब पदों को न भरे जाने के मुद्दे पर विद्यार्थी परिषद द्वारा गुरुवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की गई। छात्रों द्वारा स्थानीय प्राचार्य को अपना ज्ञापन सौंपे जाने के बाद कॉलेज परिसर में अनशन शुरू किया गया। विद्यार्थी परिषद कैंपस प्रेसिडेंट सुनील राजपूत तथा मीडिया प्रभारी राजेश्वर ने बताया कि, इसस पहले भी उन्होंने उक्त मुद्दे पर भूख हड़ताल की थी, मगर 14, सितंबर, 2019 को 36 घंटे बाद तत्कालीन भाजपा नेताओं मंडल अध्यक्ष, एसडीएम व थाना प्रभारी द्वारा उन्हें 15 दिनों में स्टाफ उपलब्ध करवाने का आश्वासन देकर अनशन गया था।

गौरतलब है कि, पिछले 2 साल से कॉलेज में नान-मेडिकल के विषयों के प्रेक्टिकल के लिए दो-चार दिन के लिए भी यहां अन्य महाविद्यालयों से प्राध्यापक अथवा असिस्टेंट प्रोफेसर प्रतिनियुक्त नहीं किए गए। इतना ही नहीं महाविद्यालय प्रशासन द्वारा पीटीए के माध्यम से भी खाली पद नहीं भरे गए और छात्रों कुछ छात्रों के अनुसार उन्हें पलायन की राय दी गई। आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवार अपने बच्चों को नाहन व अन्य शहरों में नहीं भेज पा रहे हैं और साइंस की पढ़ाई छुड़वाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। 2006 में खुले इस महाविद्यालय में स्नातकोत्तर व इगनू की कक्षाएं भी शुरू नहीं हुई। 2019 में छात्रों द्वारा हड़ताल किए जाने के बाद महाविद्यालय में मौजूद फिजिक्स के एक मात्र प्राध्यापक को प्राचार्य की गैरमौजूदगी में कार्यालय अधीक्षक द्वारा रिलीव किया गया, जिसके बाद यहां नॉन मेडिकल का कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं है। छात्रों द्वारा इस मुद्दे पर कई बार कॉलेज के प्राचार्य व एसडीएम को भी मांग पत्र भेजे गए हैं, मगर इसके बावजूद खाली पद नहीं भरे गए। महाविद्यालय के पीटीए अध्यक्ष हीरापाल शर्मा ने बताया कि, वह गत वर्ष कॉलेज में खाली पदों को लेकर शिक्षा मंत्री से मिले थे और संभवतः कोरोना काल के चलते उस दौरान यहां खाली पद नहीं भरी जा सके। उन्होंने कहा कि, वह पीटीए के माध्यम से खाली पद भरने के मुद्दे पर प्राचार्य से बात करेंगे।

Read Previous

पांवटा साहिब में 240 पुलिस जवानों को लगी कोरोना बचाव की वैक्सीन

Read Next

चमोली में मरने वालों की संख्या 35 हो गई, जबकि 169 अन्य लोग अभी लापता हैं।

error: Content is protected !!