News portala-सबकी खबर (नाहन)
सरकार भेड पालक के द्वार‘ कार्यक्रम के अतंर्गत आज एक दिवसीय भेड पालक जागरूकता एंव प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नाहन स्थित कण्डी विश्राम गृह में किया गया जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से 125 भेड पालकांे ने भाग लिया। इस शिविर की अध्यक्षता वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने की।
इस दौरान त्रिलोक कपूर ने भेड पालकों को 200 पशु मेडीकल किट प्रदान की जिसमें ऐसी सभी आवश्यक दवाईयां उपलब्ध है जिससे भेड पालक जंगलो में प्रवास के दौरान निजी स्तर पर भी भेड बकरीयों का उपचार कर सकेगें। इसके अतिरिक्त, उन्होने भेड पालकों को सोलर लाईटे भी प्रदान की जिससे वह रात्री में रोशनी के साथ-साथ अपने मोबाईल भी चार्ज कर सकेंगे। उन्होने बताया कि शिविर में आये हुए भेड पालको को सरकार द्वारा आने जाने का बस किराया भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होने भेड पालको को सम्बोधित करते हुए कहा कि भेड पालक व पशुपालक केवल अपने ही परिवार का पालन पोषण नहीं करता बल्कि प्रदेश के अन्य लोगो का भी पालन पोषण करता है। यह एक ऐसा व्यवसाय है जो पहाडी क्षेत्र से लेकर मैदानी इलाकों तक सभी की जरूरतो को पूरा करता है। वर्तमान सरकार द्वारा भेड पालको के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाए चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा आस्टेªलिया से 250 उन्नत किस्म के पशु लाये गए है जिससे प्रदेश में भेड बकरीयों की उन्नत नस्ल तैयार की जाएगी ।
इस मौके पर बोर्ड के निदेशक गुरमुख ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
शिविर के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आये भेड पालकों ने अपनी समस्याओ व मागों से वूल फेडरेशन के अध्यक्ष को अवगत करवाया जिन्हे अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री व पशुपालन मंत्री के समक्ष रखने का आश्वासन दिया।
उप निदेशक पशुपालन विभाग नीरू शबनम ने बताया कि भेड पालकों की समस्याओं के निदान, भेड बकरीयो की उन्नत किस्मोें, पशुपालन सम्बन्धी तकनीकी जानकारी व भेड बकरीयों मे होने वाली बिमारीयों की जानकारी पशुपालन विभाग द्वारा भेड पालकों को इस जागरूकता शिविर के दौरान प्रदान की गई। अक्तूबर से मार्च माह तक विभिन्न जिलांे से घूमन्तु भेडपालक भेड बकरीयां चराने के लिए सिरमौर में आते हैं।
इस अवसर पर डीएफओ सौरव, एसडीएम नाहन रजनेश कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
Recent Comments