नेताओं के आश्वासन के बावजूद नई एंबुलेंस नहीं मिली
News portals-सबकी खबर(संगड़ाह)
हिमाचल प्रदेश व केंद्र सरकार बेशक आए दिन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के बड़े-बड़े दावे कर रही हों, मगर नागरिक उपमंडल संगड़ाह में एंबुलेंस, स्वास्थ्य कर्मियों, बिस्तरों व एक्स-रे जैसी मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के चलते उक्त दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
आलम यह है कि, उपमंडल मुख्यालय पर मौजूद संगड़ाह अस्पताल में जहां 108 एंबुलेंस सेवा पिछले डेढ़ माह से बंद हैं, वहीं रेडियोग्राफर न होने से गत तीन वर्षों से एक्सरे तक नहीं हो रहे है। प्रतिदिन 200 तक ओपीडी वाली संगड़ाह सीएचसी में स्टाफ की कमी के चलते जहां मौजूद दो डॉक्टर निर्धारित 8 की बजाय 12 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं, वहीं पैरामेडिकल स्टाफ के भी आधे के करीब पद खाली है। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह की 41 पंचायतों तथा साथ लगते शिमला जिला के कुपवी क्षेत्र के दर्जन भर गांव की आबादी को 24 घंटे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने वाले इस अस्पताल में डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के 50 करीब फीसदी पद खाली है। इस सीएचसी में गत 5 फरवरी से 108 एंबुलेंस सेवा बंद है तथा नेताओं के आश्वासन के बावजूद नई एंबुलेंस नहीं मिली। यहां मौजूद अन्य दो एंबुलेंस में से एक काफी अरसा पहले ख़राब हो चुकी है।
स्वास्थ्य खंड संगड़ाह की करीब एक लाख की आबादी वाले स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं का मुद्दा गत दिनों राज्यपाल की गाड़ी रोकने के चलते सुर्खियों में आए स्थानीय कांग्रेस विधायक द्वारा भी में नहीं उठाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा 13 अक्टूबर 2011 को करोड़ों के संगड़ाह अस्पताल भवन का शिलान्यास किए जाने के बावजूद साढ़े नौ साल में उक्त भवन तैयार नहीं हो सका। इतना ही नहीं अस्पताल में 2 दिसंबर 2017 रेडियोग्राफर के पद के चलते यहां गर्भवती महिलाओं व गरीब तबके के लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य जांच सेवाएं नहीं मिल रही है। प्राइवेट लैब में एक्सरे करवाने के लिए मरीजों को 250 रुपए देने पड़ रहे हैं। क्षेत्रीवासियों द्वारा कईं बार मांग पत्र भेजे जाने के बावजूद न तो इस अस्पताल का दर्जा बढ़ा, न यहां अल्ट्रासाउंड मशीन लगी और न ही सीएचसी अथवा उपमंडलीय अस्पताल की तर्ज पर पद स्विकृत हुए। यहां अल्ट्रासाउंड सेवा शुरू किए जाने व गाइनीकोलोजिस्ट की नियुक्ति के नेताओं के दावे भी खोखले साबित हुए तथा अल्ट्रासाउंड न होने के चलते गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए 65 से 150 किलोमीटर दूर नाहन अथवा सोलन जाना पड़ता है।
सीएचसी संगड़ाह के अलावा स्वास्थ्य खंड के मौजूद अन्य 26 हेल्थ सेंटर की हालत भी दयनीय है तथा इनमें से 14 में कोई भी कर्मचारी न होने के चलते ताले लगे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा कि, अस्पताल भवन का निर्माण कार्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब दो करोड़ का शेष बजट जारी न किए जाने के चलते लंबित है। कार्यवाहक खंड स्वास्थ्य अधिकारी संगड़ाह डॉ कृष्णा भटनागर तथा सीएमओ सिरमौर डॉ केके पराशर के अनुसार संगड़ाह अस्पताल में गत दिनों डॉक्टर के दो खाली पद भरे जा चुके हैं। एक्स-रे न होने तथा खाली पड़े स्वास्थ्य कर्मियों के अन्य पदों को लेकर हर समय समय पर विभाग को रिपोर्ट भेजी जाती है। पंचायत समिति संगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने बताया कि, वह हाल ही में संगड़ाह अस्पताल में 108 एंबुलेंस तथा अन्य मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली के मुद्दे पर मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंप चुके हैं।
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