प्रदेश में 581 सड़क दुर्घटनाओं में 295 लोगों की जान चली गई और 802 घायल हुए |
News portals-सबकी खबर (शिमला )
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न थानों में दर्ज आपराधिक मामलों का आंकड़ा पांच हजार के करीब पहुंच गया है। इस अवधि में प्रदेश में 581 सड़क दुर्घटनाओं में 295 लोगों की जान चली गई और 802 घायल हुए। एक्सीडेंट के सबसे अधिक 102 मामले जिला कांगड़ा में दर्ज हुए जबकि जिला शिमला में यह आंकड़ा 92 रहा। जिला मंडी में सड़क दुर्घटनाओं के 72 और जिला सिरमौर में 63 मामले दर्ज हुए।
तीन माह में प्रदेश में विभिन्न धाराओं के तहत 4707 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें मर्डर के 20 और रेप के 84 मामले शामिल हैं। मार्च माह में ही दुष्कर्म के 37 मामलों से देवभूमि शर्मसार हुई, तो मर्डर के भी सात मामले दर्ज किए गए। पहले तीन माह में मर्डर और रेप के सबसे अधिक मामले जिला शिमला में दर्ज हुए हैं।
जिला शिमला में हत्या की पांच घटनाएं हुई हैं, जबकि इस दौरान जिला कांगड़ा में मर्डर के तीन मामले दर्ज हुए। रेप के भी सबसे अधिक 19 मामले जिला शिमला के थानों में दर्ज किए गए हैं, जबकि जिला मंडी में 17 और कांगड़ा में 11 मामले सामने आए हैं। वही इस दोरान महिलाओं से छेड़छाड़ के 111 मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक 20 मामले जिला कांगड़ा, जिला मंडी और शिमला में 13-13 और जिला सिरमौर में 12 मामले दर्ज हुए हैं।
तीन माह में महिला प्रताड़ना के 56 मामले तीन माह में दर्ज हुए हैं। पहली तिमाही में चोरी की 113 वारदातें भी दर्ज हुई हैं। इस दौरान एक्साइज एक्ट के तहत 838 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें जिला कांगड़ा में ही 190 मामले सामने आए हैं। जिला मंडी में 115 और जिला चंबा में 112 मामले दर्ज हुए हैं। जबकि जिला शिमला में एक्साइज एक्ट के तहत दर्ज मामलों की संख्या 89 रही।
राज्य में नशे पर कसी जा रही नकेल
प्रदेश में नशे पर कसी जा रही नकेल के चलते पहले तीन महीने में 474 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। एनडीपीस की धाराओं के तहत सबसे ज्यादा 73 मामले जिला मंडी में दर्ज हुए हैं, जबकि जिला शिमला में 63 और जिला कांगड़ा व कुल्लू में यह आंकड़ा 61-61 रहा है। जिला बिलासपुर में भी 50 मामले सामने आए हैं।
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