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November 24, 2024

चूड़धार में एक बार फिर हुई बर्फबारी , कईं हिस्सों में ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह )

सिरमौर जिला अथवा उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली करीब 11,900 फुट ऊंची चूड़धार चोटी अप्रैल माह में भी हिमपात का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को यहां करीब 8 इंच बर्फबारी हुई है। मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गुरूवार व शुक्रवार को हुई बारिश व ओलावृष्टि से जन जीवन प्रभावित हुआ है। प्रसाशन ने लोगों को बर्फ से ढकी चूड़धार चोटी अथवा मंदिर की ओर न जाने की चेतावनी दी है। कईं पर्यटक व श्रधालु पिछले कईं दिनों से चूड़धार जा रहे है।

बर्फबारी व लगातार हो रही बारिश से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। पहली बार अप्रैल महीने में लोगों को दिसंबर माह जैसा एहसाह हो रहा है। समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में अ गया है, जिससे एक बार लोगों ने गर्म कपड़े व हीटर तथा अलाव का सहारा लेना शुरु कर दिया है। भरारी बारिश व तेज हवाओं से उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह तथा क्षेत्र के नौहराधार, हरिपुरधार व गत्ताधार की दर्जनों पंचायतों में पिछले दो दिनों से घंटों बिजली गुल रहने लगी है। करीब दो माह से सूखे की मार झेल रहे किसान बागबानों को बारिश ने सूखे से तो राहत दी, मगर ओलावृष्टि से सेब, आड़ू, पलम व खुमानी आदि की फसल का लाखो रूपये का नुकसान हुआ है। ओलों के कारण किसानों के खेतों में मौजूद लहसुन, आलू, मटर, टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ है।

डलयाणू, ठीरधार, गत्ताधार, नौहराधार, चोकर व हरिपुरधार आदि क्षेत्रो में ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है। मौसम के कड़े मिजाज देखकर किसान व बागबान चिंता में पड़ गए है। सेब व आडू के अधिकतर फूल व दाने झड़ गए हैं। कई बड़े बागबानों ने ओलावृष्टि से फसल को बचाने के लिए अपने बागीचों में जालियां लगाई है, जिनमे से अधिकतर फट गई। तापमान की गिरावट सेब में होने वाली सेटिंग को प्रभावित हुई है।

मौसम विभाग के अनुसार यदि आगामी चार दिनों तक मौसम खराब रहा तो, उंचाई वाले क्षेत्रों में इस वर्ष सेब के उत्पादन में भारी कमी देखी जाएंगी। बारिश से क्षेत्र में टमाटर, लहसुन, आलू व मटर आदि फसलों को काफी लाभ मिला। किसान सभा के जिला अध्यक्ष रमेश वर्मा ने सरकार से ओलावृष्टि से हुए नुक़सान की रिपोर्ट तैयार करने तथा किसानों की यथासंभव मदद की अपील की।

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