News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
गिरिपार में एनएच-707 रोड के काम के दौरान हैवना खाने में बना डंपिंग यार्ड का हैवना ग्रामवासियों ने विरोध किया है। इस सिलसिले में हैवना गांव का एक प्रतिनिधिमंडल पांवटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन से मिलने उनके कार्यालय में पहुंचा तथा एनएच-707 रोड पर हैवना खाले पर बने डंपिंग यार्ड को हटाने के लिए उनसे आग्रह किया।
इस दौरान गांव के निवासी दीप चंद,सोम सिंह, जगत सिंह, पूर्ण सिंह, प्रताप सिंह, जगदीप, रघुवीर, भगवान सिंह, कर्म सिंह, नारायण सिंह, संतराम, मंगल सिंह, सुरेश कुमार, कमलेश, भगवान सिंह, सत्येंद्र सिंह, जीवन सिंह, दिलीप सिंह, कपिल, विनोद, राकेश, महेंद्र सिंह, सुनील कुमार, सुखबीर सिंह, जय सिंह आदि लोग ने बताया कि एनएच-707 रोड में जो डबललेन का कार्य चल रहा है, उसका डंपिंग यार्ड हैवना खाले में बनाया गया है, जिसका सारा मलबा बरसात में खालेे में गिरेगा और मलबा गिरने से जो हैवना खालेे का पानी है, वह पूरी तरह दब जाएगा। उन्होंने ने बताया कि इस पानी को हैवना के लोग पीने व सिंचाई के लिए प्रयोग करते हैं। उन्होंने एसडीएम से अपील करते हुए कहा कि हमारा पूरा गांव कृषि पर निर्भर है। कृषि से ही हम लोग अपना जीवन यापन करते हैं। अगर यह पानी मलबे से दब जाता है तो पानी का स्रोत बिल्कुल पूरी तरह सूख जाएगा और किसान फसल को उगाने में असमर्थ हो जाएंगे, जिससे उनको आर्थिक नुकसान होगा।
उधर ,एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि हैवना गांव का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्या को लेकर उनसे मिलने आया था। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि एनएच-707 रोड के निर्माण के दौरान गांव की सड़कों और पगडंडियों को एनएच विभाग बनाकर देगा। इसके अलावा डंपिंग साइड से कोई भी नुकसान होगा तो उसकी भी भरपाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत होगी तो डंपिंग साइट को बदलकर कहीं ओर शिफ्ट किया जाएगा।
बता दे कि राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर हैवणा से बोहराड सड़क निर्माण कार्य पर निकल रहे मलबे से दर्जनों पेयजल सोर्स बन्द होने की कगार पर आ गए है बरसात होते ही सैकड़ो बीघा भूमि मलबे की चपेट में आने से किसान, बागवान बेघर होने वाले है लेकिन एनएचएआई, भूअधीग्रहण अधिकारी, पर्यावरण मंत्रालय सहित सम्बन्धित विभाग लापरवाह नजर आ रहे है। जानकारी के मुताबिक आरजीवी कम्पनी सड़क निर्माण कार्य कर रही है कम्पनी डम्पिंगयार्ड को नियमानुसार विकसित नही कर रही है जो मलवा चिन्हित क्षेत्र में डाला जा है वह सिमा रेखाओं से बाहर निकलने से तीन गुना अधिक क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है बरसात में यही मलवा हजारों एकड़ भूमि को बर्बाद करने वाला है क्षेत्रीय लोगो ने कम्पनी व सम्बन्धित विभाग को कई बार आने वाली आपदा से अवगत करवाया है लेकिन ऊची रसूख रखने वाली कम्पनी के आगे विभागीय अधिकारी नतमस्तक नजर आते है इसलिए समस्या अधिक विकराल होती जा रही है।
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