News portals-सबकी खबर(नाहन)
जिला सिरमौर के विधानसभा क्षेत्र शिलाई में नई पंचायतें बनने के बाद से पंचायत सचिवों की मनमानियां सामने आने लगती है, मामला विकास खण्ड की ग्रामं पंचायत हलाह का है, जहां के ग्रामीणों ने उपायुक्त सिरमौर को पंचायत सचिव को पद से हटाने व तबादला करने की शिकायत करके कार्यवाही की मांग रखी है। खण्ड की ग्रामं पंचायत हलाह के ग्रामीणों में केदार सिंह, प्रताप सिंह, लायक राम, रण सिंह, गोविंद प्रसाद, बंसी राम, तुलसी राम, सुरेश चन्द, पंच राम, वीरेंद्र सिंह,वेद प्रकाश व सहयोगियों ने शिकायत पत्र में आरोप लगाए है, कि पंचायत के अंदर बलदेव सिंह, मदन सिंह व महेंद्र सिंह के परिवारों को ग्रामंसभा के दिन फर्जी प्रस्ताव के माध्यम से बिपिल क्षेणी से हटा दिया गया है, इनकी जगह हर्सो देवी, कपिल शर्मा व बली राम के परिवारों को बिपिल क्षेणी में दर्ज किया गया है, ऐसे प्रस्ताव ग्रामंसभा वाली रात को डालें गए है, इन परिवारों को उनमोदन के लिए ग्रामंसभा के लिए रखा गया था, लेकिन ग्रामंसभा में हंगामा होने के कारण उक्त प्रताव का उनमोदन नही हो पाया और न ही ग्रामंसभा की कार्यवाही क्लोज की गई, इसलिए पंचायत सचिव ने रात को फर्जी प्रस्ताव डालकर अपनी मर्जी से ग्रामंसभा कार्यवाही लिखी है, जिसपर ग्रामीणों को आपत्ति है, इतना ही नही बल्कि इनके अतिरिक्त सचिव ने अपने चेहतों के दर्जनों प्रस्ताव फर्जी डाले है, जिनकी शिकायत उपमंडलाधिकारी शिलाई, खण्ड विकास अधिकारी शिलाई सहित जिला पंचायत अधिकारी को उसी दिन की गई थी, जिस दिन पंचायत में सचिव की मनमर्जी होने के चलते हंगामा हुआ था।
ग्रामीणों ने उपायुक्त सिरमौर को लिखा है कि शिलाई प्रशासन उक्त सचिव के आगे नतमस्तक है, इसलिये कार्यवाही करने में कतराते है। पंचायत ने एकजुट होकर पंचायत सचिव के मनमाने रवैये के खिलाफ शिकायत की है, कार्यवाही न होने पर उपायुक्त सिरमौर से मांग रखी गई है कि उक्त सचिव का पंचायत से तबादला करवाया जाए,तथा 8 अगस्त को सम्पन हुई ग्रामं सभा को भंग करके दोबारा ग्रामं सभा करवाने के आदेश जारी किए जाए, अन्यथा पंचायत का माहौल खराब हो रहा है, सचिव ने फर्जी प्रताव के जरिये गरीब परिवार को बिपिल से निकाल दिया है, और वर्तमान पंचायत उपप्रधान के बेटे को परिवार से अलग करके बिपिल क्षेणी में डाल दिया है। उक्त सचिव की मनमानियां पंचायत वासियों के विकास में जहाँ रोड़ा डाल रही वही पंचायत के अंदर तनावपूर्ण माहौल बन रहा है। उलेखनीय है कि इससे पहले कई बार उक्त सचिव की शिकायतें प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को की गई है, जिस पर दो बार सचिव के तबादला आदेश जारी हुए है, लेकिन राजनीति में अच्छे रसूख रखने के कारण उक्त सचिव का स्थानांतरण सरकारी आदेशों के बाद भी नही हो पाया है, यहां सरकार व प्रशासनिक अधिकारी दोनो नाकाम नजर आए है, इतना ही नही बल्कि ग्रामीणों की शिकायतें करने के बाद भी कोई कार्यवाही आजतक अम्ल में नही लाई गई है, जिसके कारण सचिव के हौसले बुलन्ध है, और सचिव की मनमर्जी की शिकायतें उपायुक्त सिरमौर तक पहुंच रही है। उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने मामले पर सख्त जांच के आदेश जारी किए है तथा जांच रिपोर्ट सम्बन्धित कार्यालय को प्रेषित करने को कहा गया है।
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